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Lal of Kanpur did not have Money to Buy the kit : पिता गार्ड मां घर में करती कामकाज, बेटा बनेगा मुक्केबाज

• LAST UPDATED : March 31, 2022

Lal of Kanpur did not have Money to Buy the kit


अजय द्विवेदी, नई दिल्ली
Lal of Kanpur did not have Money to Buy the kit कौन कहता आसमान में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो… कवि के द्वारा लिखी गई यह लाइनें कानपुर के लाल विनीत पर सटीक बैठती है। विनीत के पिता गार्ड (Vineet’s father is a guard) हैं जबकि मां दूसरे के घरों में साफ-सफाई करके परिवार के भरण-पोषण में मदद करती हैं। ऐसे में विनीत के पास खेलकूद की किट खरीदने के रुपये नहीं थे। दुलर्भ हालातों से लड़ते हुए विनीत ने हिम्मत नहीं हारी और कठिन परिश्रम से अपने सपने को सार्थक कर दिखाया। विनीत मारकंडे (15) मुक्केबाज का चयन राजस्थान के अलवर जिले के साई (Sports Authority of India) हॉस्टल में हुआ है।

राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए जाएगा तराशा

यहां के प्रशिक्षक विनीत को राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तराशेंगे। विनीत राज्य स्तर की दो प्रतियोगिताओं में रजत पदक जीत चुके हैं। नयापुरवा निवासी विनीत के पिता राजकुमार और मां मंजू ने बताया कि चार साल की उम्र से विनीत के अंदर बॉक्सिंग सीखने की ललक थी।

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फरवरी में किया बेहतर प्रदर्शन

फरवरी में अलवर में हुए ट्रायल में विनीत ने बेहतर प्रदर्शन कर हॉस्टल में प्रवेश पाया है। हॉस्टल में पूर्व अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग खिलाड़ी डगलस शेफर्ड से विनीत गुर सीखेंगे। न्यू एकलव्य बॉक्सिंग एकेडमी के प्रशिक्षक भगवानदीन ने बताया कि वर्तमान में विनीत एकेडमी में ही निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

भगवानदीन ने दिया निशुल्क प्रशिक्षण

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मां ने बताया घर के पास स्थित पार्क में प्रशिक्षक भगवानदीन अन्य बच्चों को बॉक्सिंग सिखाने आते थे। विनीत रोज वहां जाता था और उन्हें देखकर खुद अभ्यास करने लगता था। यह देखकर भगवानदीन ने उसे निशुल्क प्रशिक्षण देने की बात कही। विनीत ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। किट तो दूर ग्लव्स खरीदने के लिए पैसे की व्यवस्था करना मुश्किल था। उन्होंने बताया कि गुरुजी (प्रशिक्षक) ने पहले पालिका स्टेडियम में निशुल्क प्रशिक्षण दिया। किट उपलब्ध कराई। गुरुजी ने जब भी किसी चीज की जरूरत हुई या प्रतियोगिता में जाना हुआ तो हरसंभव मदद की।

नौवीं कक्षा में ही जीत लिए दो रजत पदक Lal of Kanpur did not have Money to Buy the kit 

विनीत ने अभी तक दो राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में दो रजत पदक जीत चुके हैं। 2019 में सहारनपुर में और 2018 में गोरखपुर में हुई राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उन्होंने पदक जीते हैं। उन्होंने कानपुर मंडल की टीम की ओर से प्रतिभाग किया था। 15 साल के विनीत बीएनएसडी इंटर कॉलेज में नौवीं कक्षा में हैं।

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