India News UP ( इंडिया न्यूज ), Ayodhya Ram Path: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नवनिर्मित राम पथ के कई हिस्सों में सड़क धंसने और जलभराव के बाद प्रसाशन ने छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों को घोर लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है, जबकि फैजाबाद से नवनिर्वाचित लोकसभा सांसद अवधेश प्रसाद ने अयोध्या में 14 किलोमीटर लंबे राम पथ और सड़क के नीचे सीवर लाइनों के निर्माण में कथित अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक 23 जून और 25 जून को बारिश के बाद राम पथ के किनारे लगभग 15 गलियों और सड़कों पर पानी भर गया था। सड़क के किनारे के घर भी पानी में डूब गए, जबकि 14 किलोमीटर लंबी सड़क के हिस्से भी एक दर्जन से अधिक स्थानों पर टूट गए।
इससे पहले अवधेश प्रसाद ने समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष पारसनाथ यादव और उनकी टीम के साथ राम पथ और अयोध्या के अन्य इलाकों का निरीक्षण किया। प्रसाद सबसे पहले अयोध्या के एकमात्र सरकारी अस्पताल, श्रीराम अस्पताल गए, जहां जलभराव था, फिर उन्होंने अयोध्या की बाढ़ प्रभावित सड़कों और गलियों का दौरा किया।
दौरा के बाद प्रसाद ने कहा, “कितने लोग जिम्मेदार हैं, कौन जिम्मेदार है, सब कुछ स्पष्ट होना चाहिए। कुछ लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर्याप्त नहीं है। राम पथ निर्माण में अनियमितताओं में और भी लोग शामिल हैं। यह एक बड़ा मुद्दा है, राम के नाम पर लूट की जा रही है। एक उच्च स्तरीय जांच समिति बनाई जानी चाहिए और समयबद्ध तरीके से जांच की जानी चाहिए। यदि राम पथ की सड़कें अच्छी बनी होती तो गड्ढे भरने की जरूरत नहीं पड़ती। यहां दुनिया भर से लोग अयोध्या आते हैं, राम पथ का घटिया निर्माण हम सभी के लिए शर्म की बात है।”
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