India News (इंडिया न्यूज़)Aazam Khan News: यूपी नगर चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्लाह आज़म खान ने देर रात दो जनसभाओं को संबोधित किया। पहली जनसभा सेफ़नी नगर पंचायत में की और उसके बाद दूसरी जनसभा शाहबाद नगर पंचायत में की। आज़म खान जनसभा में अपनी स्पीच के दौरान जनता पर भड़के आज़म खान की स्पीच के दौरान जनता काफी शोर मचा रही थी। जिस पर आज़म खान भड़क गए और कहा चुप हो जाइए! क्या कोई बोलने की बीमारी हो गयी है। कुछ तो सलीका करो कोई नज़्म तो रखो। जिंदगी में कैसे जिओगे।
बता दें कि इस दौरान आजम खान ने कहा हमें याद है कि जिस दिन हमारी तस्वीर अखबारों में छपी थी। हम एक जिंदा लाश थे। शायद इसी जैसा कलम हमारे कुर्ते की जेब में लगा हुआ था। हमने कपड़े बदलते वक्त अपनी औलाद से ये कहा था, बेटे कलम जरूर लगा देना ताकि हम वहां तक अगर जिंदा ना पहुंचे तो यह लाश कलम वाली लाश कहलाए। यह लाश बिना क़लम की ना कहलाए।
आजम खान ने कहा रामपुर को मैंने पहचान दिलाई। मैंने 40 साल की मेहनत के बाद मैंने तुम्हारे माथे से इस बदनामी के कलंक को हटाया था। आज दौरे हाफिज ने 80 लाख रुपए की क़ीमत का चाकू लगाकर तुम्हारे हाथ से कलम लेने का काम किया है। आजम खान ने कहा तुम यही चाहते हो तुम्हारे बीच चाकू बांट दिए जाएं या कलम बांट दिए जाए। दरअसल आज़म खान यूपी चुनाव के मद्देनज़र सपा प्रत्याशी वसीम खां के लिए जनता से संवाद कर उनके लिए वोट मांग रहे थे।
Aazam Khan News: आज़म खान ने चुनावी जनसभा में ख़ुद को क्यों कहा भिखारी? ये है वजह