India News(इंडिया न्यूज़),Imran Khan News: पाकिस्तान (Pakistan) में कल मंगलवार (9 मई) को जो हुआ वो पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे एक देश के पूर्व प्रधानमंत्री और एक राजनैतिक पार्टी के मुखिया (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़) के मुखिया को कॉलर पकड़ते, घसीटते, धक्का देते गिरफ्तार किया गया। जी हां! हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से पूर्व प्रधानमंत्री बने इमरान खान(Imran Khan) की। जिन्हें कल इस्लामाबाद हाई कोर्ट(Islamabad High Court) के बाहर से पाकिस्तानी रेंजर्स ने अरेस्ट कर लिया। बताया गया की इमरान खान की गिरफ्तारी अल कादिर ट्रस्ट के केस के संबंध में हुई है। उनको गिरफ्तार करने के लिए पाक रेंजर्स की टीम कोर्ट परिसर के बाहर पहले से मौजूद थी यानि वो घात लगाए बैठे थे।
बता दें कि इस समय इमरान खान पर करीब 140 से ज्यादा केस चल रहे हैं। काफी लंबे समय से वह तोशखाना मामले में फंसे हुए हैं। इस मामले में उन पर पहले से ही गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि अगर तोशखाना मामले में उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो अल-कादिर ट्रस्ट मामले क्यों हुई?
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो यानि एनएबी(NAB) के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया है। जो पंजाब(पाकिस्तान) के झेलम जिले के 2019 सोहावा क्षेत्र में सूफीवाद के लिए अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित है। अब इस मामले में इमरान खान पर आरोप है कि इमरान ने प्रधानमंत्री रहते हुए अपनी पत्नी बुशरा बीबी और पीटीआई के कुछ अन्य नेताओं के साथ मिलकर अल-कादिर यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था। इसका लक्ष्य पंजाब के सोहावा जिला झेलम में ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा’ प्रदान करने के लिए ‘अल-कादिर विश्वविद्यालय’ स्थापित करना था।
अब जांच एजेंसी ने दावा किया कि इससे पाकिस्तान को करीब 50 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। जिससे पाकिस्तान कि अर्थव्यवस्था एक तो पहले से कमजोर हुई है और इस फैसले से हालत बद से बदतर हो गए। यह पूरा मामला इमरान की तत्कालीन सरकार और एक प्रॉपर्टी कारोबारी के बीच कथित समझौते से जुड़ा हुआ है।