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Aligarh Muslim University: के छात्रों ने वाइस चांसलर के रेजिग्नेशन पर मनाया जश्न, आज के दिन को मनाया ईद के तौर पर,जानिए क्या है मामला?

• LAST UPDATED : April 5, 2023

Aligarh Muslim University: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर(vice chancellor) प्रोफेसर तारिक मंसूर के इस्तीफे(Tariq Mansoor’s resignation) के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जश्न का माहौल देखने को मिला। छात्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि जश्न का ताल्लुक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर से आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को निजात मिल गई है।

वह महज एक कठपुतली जो सरकार के उंगलियों पर नाचते थे-छात्र

जिसकी खुशी में आज जश्ने चरागा योमे एहतमाम् किया। जिसमें बहुत सारे छात्रों ने हिस्सा लिया है। और आज बेपनाह खुशी का दिन है और हमारे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए आज ईद है। वाइस चांसलर को वीसी के ओहदे से उतार कर महज एक एमएलसी बना दिया गया। उनकी औकात उनके सामने आ गई। जो भारतीय जनता पार्टी के आगे पीछे लगे रहते थे और जो काला धब्बा मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर लगा हुआ था। तारिक मंसूर के नाम का वह आज बिल्कुल साफ हो गया। उनसे आगे कोई उम्मीद नहीं है। जो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में रहने के बाद नहीं कर सका वह सरकार के साथ रहकर क्या करेंगे। वह महज एक कठपुतली हैं और वह उंगलियों के इशारे पर नाचेंगे।

3 तारीख में कौन संभाल रहा था वाइस चांसलर का पद?

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने 3 तारीख को इस्तीफा दे दिया था। लेकिन उस दिन से आज तक वाइस चांसलर कौन थे जो एक्टिंग वाइस चांसलर हैं गुलरेज साहब उनसे यह सवाल होना चाहिए। 3 तारीख में थे जो वह वाइस चांसलर कौन थे कौन संभाल रहे थे। उस अहम ओहदे को जो अहम फैसले 3 तारीख को लिए गए हैं। कौन जिम्मेदार है उन फैसलों का 2 तारीख का रिटर्न में लेटर है 4 तारीख को वह पब्लिश होता है वह वाइस चांसलर कौन था। बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर 3 तारीख में जो डिसीजन लिए गए थे। वह क्या डिसीजन थे वह किसी को नहीं पता एवं छात्र ने कहा है कि वह आरटीआई के जरिए इसका जवाब मांगेंगे।

वाइस चांसलर का संघ से था ताल्लुक इसलिए  सीएम योगी ने इन्हें बनाया MLC

3 तारीख को वाइस चांसलर कौन था और उस दिन क्या-क्या फैसले लिए गए, भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर तारिक मंसूर की खिलाफत करते थे, ऐसा नहीं होता है कुछ लोग पक्ष में होते हैं कुछ विपक्ष में होते हैं यह सब चलता रहता है और वाइस चांसलर संघ से ताल्लुक रखते थे, इसलिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Chief Minister Yogi Adityanath) ने इन्हें उत्तर प्रदेश में एमएलसी(MLC) बनाया है यह केंद्र सरकार से उम्मीद कर रहे थे लेकिन वहां से एक टुकड़ा नहीं मिला।

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