India News(इंडिया न्यूज)Atiq Ahmed Case: कुख्यात गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर 15 अप्रैल को पुलिस की सुरक्षा के बीच कर दी गई थी। इस दौरान तीन हमलावरों ने अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। ऐसे में कई दशकों तक खौफ का साम्राज्य चलाने वाले अतीक अहमद का अंत हो गया।
बता दें कि गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ हत्याकांड ने यूपी ही नहीं पूरे देश को हिला कर रख दिया क्योंकि ये हत्या ऑन कैमरा की गई थी। पुलिस कस्टडी में 15 अप्रैल की रात दोनों की गोली मारकर हत्या हुई थी। तीन हमलावरों ने नजदीक से गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। अतीक अहमद को पहली गोली हमलावरों ने सिर में मारी थी। इस घटना के बाद ही न सिर्फ प्रदेश की विपक्षी पार्टियों ने बल्कि देश के तमाम दलों ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कानून व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े किए।
विपक्ष ने कहा कि एक तरफ सीएम यूपी में कानून का राज होने की बात करते हैं और वहीं दूसरी तरफ इस प्रकार की घटना घटित हो जाती है। विपक्ष के इन्हीं आरोपों के जवाब में हाल में एक सर्वें किया गया और उस सर्वें में चौंकाने वाले निर्णय आए। दरअसल एक न्यूज़ चैनल द्वारा किए इस सर्वे में लोगों से सवाल पूछा गया कि क्या अतीक अहमद कांड से योगी की लोकप्रियता पर असर हुआ है? इस सवाल पर लोगों को आया ये जवाब
लोकप्रियता में कमी आई है- 30 फीसदी
लोकप्रियता बढ़ी है- 44 फीसदी
लोकप्रियता असर नहीं- 15 फीसदी
पता नहीं- 11 फीसदी