India News (इंडिया न्यूज),बरेली: एक तरफ तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भ्रष्टाचार (Corruption) पर जीरो टालरेंस की बात करते हैं। लेकिन वहीं दूसरी ओर उनके अपने ही अफसर सरकार की किरकिरी कराने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। यहीं कारण है कि एक तरफ किसान परेशान हैं और उसकी फसलें बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से बर्बाद हो चुकी हैं लेकिन दूसरी ओर अफसर उनसे भी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं।
दरअसल, मामला बरेली (Bareilly) के चकबंदी ऑफिस का बताया जा रहा है। जहां चकबंदी विभाग के सीओ रणधीर सिंह को ₹50,000 रिश्वत लेते विजिलेंस की टीम (Vigilance Team) ने रंगे हाथों पकड़ लिया। बता दें कि पीड़ित किसान कई महीने से चकबंदी ऑफिस के चक्कर लगा रहा था। जिसके बाद किसान ने विजिलेंस से शिकायत की थी। सीओ रणधीर सिंह के खिलाफ धारा 7, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथा संशोधित 2018 के अंतर्गत सतर्कता अधिष्ठान बरेली में अभियोग पंजीकृत किया गया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा।
पीड़ित रोशनलाल बरेली के फरीदपुर तहसील के भुता थाना क्षेत्र के गजनेरा गांव के निवासी हैं। किसान रोशनलाल का आरोप है कि उसके गांव के तेजपाल ने चकबंदी न्यायालय में झूठा बाद दायर कर दिया था। वाद को खत्म करने के लिए चकबंदी के सीओ तृतीय रणधीर सिंह ने किसान रोशनलाल से दो लाख रुपए की रिश्वत मांगी। चकबंदी के सीओ तृतीय रणधीर सिंह ने किसान रोशनलाल से कहा कि दो लाख रुपए दोगे तो मुकदमा खारिज कर देंगे। नहीं तो तुम्हारी जमीन तेजपाल के नाम जोड़ दूंगा और तुम कुछ नहीं कर पाओगे। इसके बाद किसान रोशन लाल सीओ रणधीर सिंह के आगे बहुत गिड़गिड़ाए, हाथ पैर जोड़ें, काफी विनती की, कहा कि मैं गरीब आदमी हूं इतने रुपया नहीं दे पाऊंगा। इसपर रणधीर सिंह ने कहा कि तुम्हें 50 हजार रूपए तो देने ही होंगे।