India News (इंडिया न्यूज़) Basti Crime News बस्ती : Basti Crime News पूर्व एडीएम ने उच्च स्तरीय जाँच एजेन्सी से भ्रष्टाचार के जाँच की सिफारिश किया था। जाँच एजेन्सी के बजाय सीएमओ ने स्वयं जॉच करके भ्रष्टाचारियों को क्लीनचिट दिया।
पूर्व के एडीएम ने अपनी जाँच रिपोर्ट में भ्रष्टाचार की पुष्टि किया था। अपने काले कारनामों के लिए सीएमओ चर्चा में बने रहते हैं।
बस्ती जनपद में स्वास्थय विभाग का भ्रष्टाचार से पुराना रिश्ता है चाहे डाक्टरों की तैनाती का मामला हो या फिर चाहे उ0 प्र0 शासन के आदेशों के विपरीत हर्रैया महिला अस्पताल से महिला चिकित्सकों की वापसी का मामला। सभी भ्रष्टाचार अधिकारीयों की लीपापोती की वजह से हुआ है।
सीएमएसडी के चीफ फार्मासिस्ट अजय कुमार मिश्रा व उनके सहगिर्दों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार व अनियमितता की पुष्टि पूर्व के अपर जिलाधिकारी ( वित्त्त एवं राजस्व ) ने अपने पत्र संख्या 792 दिनांक 29 नवम्बर 2022 में किया था। इस मामले की जाँच किसी उच्च स्तरीय एजेन्सी से कराने का भी सिफारिश किया था।
परन्तु सीएमओ ने मामले की जाँच किसी एजेन्सी से कराने के बजाय स्वयं की जाँच टीम बनाकर भ्रष्टाचारियों को क्लीनचिट दे दिया गया । सीएमओ द्वारा किया गया यह कोई पहला व अन्तिम भ्रष्टाचार नहीं है इनके द्वारा नित नए – नए कारनामें किए जाते रहते हैं ।
इसी प्रकार उत्तर प्रदेश शासन चिकित्सा अनुभाग – 3 से इसी मई महीने में महिला अस्पताल बस्ती में तैनात डा0 शीबा असरफ खान व डा० अनीता वर्मा का स्थानान्तरण नव संचालित महिला अस्पताल हर्रैया में किया गया था।
यहाँ भी सीएमओ द्वारा पहले तो डाक्टरों के रिलीविंग में लेट लतीफी की गयी और बाद में अपने आदेश संख्या 3261-65 दिनांक 14 जून 2023 द्वारा पुनः उन स्थानान्तरित डाक्टरों को महिला अस्पताल बस्ती वापस बुला लिया गया ।
इस मामले में सीएमओ बस्ती ने इतनी मलाई खाया कि शासन के आदेशों के विपरीत एक दिनांक 14 जून 2023 को ही स्थानान्तरित डाक्टरों की वापसी हेतु दो-दो पत्र संख्या 3260 दिनांक 14 जून 2023 व पत्र संख्या 3261 – 65 दिनांक 14 जून 2023 जारी कर डाला ।
दोनों प्रकरण में सीएमओ बस्ती द्वारा बरती गयी अनियमितता एवं किया गया भ्रष्टाचार बानगी मात्र हैं न जाने पर्दे के पीछे कितने और भ्रष्टाचार जिला अधिकारी कार्यालय की बाट जोह रहे हैं ।