India News (इंडिया न्यूज़), Bhagwan Ganesh: गणेश जी की पूजा सबसे पहले किसी भी शुभ काम में की जाती हैं क्योंकि हिन्दू धर्म में वे विघ्नहर्ता और सभी देवताओं के प्रमुख होते हैं। गणेश जी को विघ्नराज भी कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है कि वे सभी प्रकार के बाधाओं को हरते हैं और उनकी आशीर्वाद से कोई भी कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण होता है। इसलिए, लोग शुभ कार्यों में सबसे पहले गणेश जी की पूजा करके उनसे विघ्न निवारण और सफलता की कामना करते हैं। इससे वे अपने काम को शुरू करने में संयम और उत्साह रखते हैं।
गणेश जी को हर शुभ कार्य में सबसे पहले पूजा करने का कारण उनके देवत्व में सम्पूर्णता और विभिन्न कलाओं में उनकी माहिरी है। गणेश जी हिन्दू धर्म के देवता शिव और पार्वती के पुत्र हैं और उन्हें विघ्नहर्ता भी कहते हैं, जिसका अर्थ है विघ्नों को हरने वाला। गणेश जी को शुभ काम में पहले पूजा करने से विघ्नों का नाश होता है और कार्य में सफलता मिलती है।
उन्हें सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय कहा जाता है, क्योंकि विघ्ननाशक भगवान माने जाते हैं और उनकी कृपा से सभी कार्य सुचारू रूप से होते हैं। इसलिए, हिन्दू धर्म में गणेश जी की पूजा को सबसे पहले प्राथमिकता दी जाती है और उन्हें सभी शुभ कार्यों के आरंभ में आशीर्वाद प्राप्त करने का मान्यता से पालन किया जाता है।
शिव महापुराण के अनुसार भगवान शिव और गणेश जी के बीच युद्ध हुआ था। और क्रोध में आकर ने उनका सिर काट दिया तब पार्वती के कहने पर शिव ने गणेश के शरीर पर एक हाथी का मुख लगा दिया। तब देवी पार्वती ने भगवान से कहा कि इस रूप में मेरे पुत्र की पूजा कौन करेगा। तब शिवजी ने वरदान दिया कि सभी देवी-देवताओं की पूजा और हर मांगलिक काम से पहले गणेश की पूजा की जाएगी। इनके बिना हर पूजा और काम अधूरा माना जाएगा।
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