इंडिया न्यूज, झांसी।
BJP Won 16 out of 19 in Bundelkhand : भाजपा को पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार बुंदेलखंड की धरती पर तीन सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है। राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय भी अपनी सीट नहीं बचा सके। जबकि दूसरे राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ ने शानदार जीत दर्ज की। क्षेत्र की 19 में से 16 सीटों पर भाजपा ने परचम फहराया है। तीन सीटों पर साइकिल दौड़ने में कामयाब रही। (BJP Won 16 out of 19 in Bundelkhand)
तमाम कोशिशों के बाद भी बसपा और कांग्रेस को बुंदेलियों ने पूरी तरह से नकार दिया। इन दोनों दलों का क्षेत्र में खाता भी नहीं खुल सका। यूपी के सियासी मानचित्र में बुंदेलखंड का अहम स्थान है। बुंदेलखंड में यूपी के 7 और मध्यप्रदेश के छह जिले आते हैं। अगर आप यूपी के हिस्से वाले बुंदेलखंड को देखेंगे तो झांसी, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा, महोबा और चित्रकूट आते हैं।
यूपी के हिस्से वाले बुंदेलखंड के जिलों में 22 फीसदी सामान्य वर्ग है। इनमें ब्राह्मण और ठाकुरों की संख्या काफी है। इसके अलावा वैश्य समुदाय भी है। 43 फीसदी ओबीसी वोटर हैं, जिनमें कुर्मी, निषाद, कुशवाहा जातियां हैं। 26 फीसदी दलित वोट हैं। जाटव वोटों की संख्या में खासी है। कोरी समुदाय की मौजूदगी को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है। अगर हम सियासी समीकरण की बात करते हैं तो बुंदेलखंड का इलाका किसी जमाने में बसपा का मजबूत गढ़ हुआ करता था। (BJP Won 16 out of 19 in Bundelkhand)
बसपा सुप्रीमो मायावती की सोशल इंजीनियरिंग का यहां खासा प्रभाव था। बसपा ने मुस्लिम, ओबीसी, दलित और ब्राह्मणों को साधकर बुंदेलखंड में अपनी जगह बनाई थी, लेकिन 2017 में इस इलाके में भाजपा ने ओबीसी, ठाकुर, ब्राह्मण और दलितों को अपने साथ जोड़कर बसपा को झटका देकर भगवा फहराया दिया था।
सभी 19 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी जीते थे। लेकिन, इस बार बुंदेलखंड में भाजपा को तीन सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। बांदा की बबेरू सीट से भाजपा के अजय पटेल हार गए। यहां से सपा के विशंभर यादव ने जीत हासिल की। भाजपा को सबसे बड़ा नुकसान चित्रकूट सदर सीट पर उठाना पड़ा। यहां राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने अपनी सीट गवां दी। सपा के अनिल प्रधान ने उन्हें शिकस्त दी। (BJP Won 16 out of 19 in Bundelkhand)
उधर, जालौन जिले में भी भाजपा ने एक सीट खो दी। भाजपा ने गठबंधन में कालपी सीट निषाद पार्टी को दी थी। निषाद पार्टी ने यहां से छोटे सिंह को प्रत्याशी बनाया था, जो सपा के विनोद चतुर्वेदी से हार गए। क्षेत्र में कांग्रेस और बसपा का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। दोनों ही दल यहां खाता भी नहीं खोल पाए।
(BJP Won 16 out of 19 in Bundelkhand)