होम / Chardham Yatra 2023: 27 दिन की यात्रा में 58 तीर्थ यात्रियों की गई जान, हार्ट अटैक बन रही मौत की वजह

Chardham Yatra 2023: 27 दिन की यात्रा में 58 तीर्थ यात्रियों की गई जान, हार्ट अटैक बन रही मौत की वजह

• LAST UPDATED : May 19, 2023

India News(इंडिया न्यूज़), उत्तराखंड “Chardham Yatra 2023” : 22 अप्रैल को शुरू हुई चार धाम यात्रा के दौरान अब तक 58 तीर्थयात्रियों की मौत ने उत्तराखंड सरकार को परेशान कर दिया है। इस साल चारधाम यात्रा सरकार और तीर्थयात्रियों दोनों के लिए मुश्किल भरी है। रिपोर्ट के मुताबिक 27 दिन में अबतक 58 मौतें हो चुकी है। और इन सभी मौतों के पीछे की वजह कार्डियक अरेस्ट या क्रोनिक पल्मोनरी डिजीज बताई गई हैं। वहीं, 27 दिनों के दौरान करीब 10 लाख श्रद्धालुओं ने गढ़वाल हिमालय में 10 हजार फीट से ऊपर स्थित चार हिमालयी मंदिरों – केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में पूजा की है।

अब तक 58 मौतें

मिली जानकारी के अनुसार चारधाम यात्रा शुचारु के 27 दिनों में मौत का आकंड़ा 58 दर्ज किया गया है। जिसमे से अधिकतर मामले कार्डियक अरेस्ट से संबंधित हैं और केदारनाथ में हुए हैं। ये सभी तीर्थयात्रियों की मौत या तो ट्रैक मार्ग पर या फिर होटलों में हुई है। बता दें, मृतकों में सबसे अधिक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात के तीर्थयात्री थे। अब तक हुई मौतों ने एक बार फिर सरकार की नींद उड़ा दी है।

सरकार ने जारी की हेल्थ एडवायजरी

वहीं, स्वास्थ्य विभाग की ओर से चारधाम यात्रा के लिए पहले से ही योजना तैयार कर ली गई थी। जिसमे बताया गया था कि चारधाम यात्रा के लिए कम से कम सात दिनों का समय रखें। यात्रा से पहले रोजाना श्वास व्यायाम करें, 20-30 मिनट तक पैदल चलें। अगर आपकी उम्र 55 साल से ज्यादा है और आप हाई बीपी, शुगर, दिल की बीमारी या अस्थमा से पीड़ित है तो अपना फिटनेस अवश्य चेक करें। यात्रा के दौरान अपनी दवाईयां, प्रिसक्रिप्शन और सभी उपकरण भी साथ रखें तथा चढ़ाई के वक्त हर एक घंटे या ऑटोमेटिक चढ़ाई के हर दो घंटे में 5 से 10 मिनट का ब्रेक लें। इसके साथ ही मैदानी इलाकों में भले ही गर्मी है, लेकिन पहाड़ों पर अब भी काफी ठंड पड़ रही है, ऐसे में गर्म, ऊनी कपड़े, बारिश से बचने के लिए रेनकोट या छाते भी साथ रखें।

यमुनोत्री धाम में हुई पहली मौत

चारधाम यात्रा के आगाज के साथ ही यमुनोत्री धाम में यात्रियों के सांस संबंधी बीमारी से ग्रसित एक मरीज की मौत का पहला मामला सामने आया था। जिसके बाद जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार कनक सिंह पुत्र सोबन सिंह उम्र 62 वर्ष जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम की यात्रा पर घोड़े पर निकले। जिसके बाद उनके सीने पर दर्द होने के कारण बेहोश हो गए। आनन-फानन में उन्हें यात्रा अस्पताल जानकी चट्टी पहुंचाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

Also Read: Uttarakhand Weather: पहाड़ से मैदान तक बारिश के आसार, चारधाम यात्रियों को संभलकर जाने की सलाह, जानें आपके जिले का हाल

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox