(Opposition to the proposal to limit the number of devotees): चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) को लेकर शासन प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। वही श्रद्धालुओ की संख्या को सीमित किय जाने का निर्णय होटल के मालिकों खुश नहीं है।
चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) को लेकर शासन प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। वही सरकार द्वारा धामो में श्रद्धालुओ की संख्या को सीमित किए जाने का निर्णय होटल के मालिकों को पसन्द नही आ रहा है। सोमवार को बद्रीनाथ के होटल मालिकों ने सरकार द्वारा धामो में सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को भेजे जाने के निर्णय का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
होटल मालिकों ने सरकार के इस निर्णय के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए निर्णय को वापस लिए जाने की मांग की है। होटल व्यसाइयो का कहना है कि उत्तराखण्ड के चारधाम यहां की आजीविका के लिए रीड का काम करती हैं और बद्रीनाथ धाम में वर्तमान समय मे 40 हजार से अधिक श्रद्धालुओ के ठहरने की ब्यवस्ता है लेकिन सरकार ने इस संख्या को सीमित करते हुए 18हजार कर दिया है।
ऐसे में सभी को नुकसान हो रहा है। आगे कहा कि कोरोना काल के नुकसान से कुछ हद तक लोग पटरी पर लौटने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को इस निर्णय पर दोबारा से सोचना Chardham Yatraहोगा ताकि देश विदेश से आने वाला श्रद्धालु भगवान बद्रीविशाल के दर्शन कर सके। इस यात्रा से अपनी आजीविका चलाने वाले लोगो को भी लाभ मिल सके।
also read- उत्तराखंड में कोरोना ने फिर बढ़ाई चिंताएं, 24 घंटे में 30 नए मामले हुए सक्रिय