INDIA NEWS (इंडिया न्यूज़), इटावा: इटावा (etawah) का निकाय चुनाव आईपीएल की हर गेंद की तरह समीकरण बदलता हुआ दिख रहा है। जिसमें सबसे ज्यादा इटावा जनपद के रहने वाले लोग उस समय चौक गए।
जब अचानक समाजवादी पार्टी से घोषित प्रत्याशी गुलनाज को हटाकर समाजवादी पार्टी के खिलाफ विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के बनाए गए। प्रत्याशी संटू गुप्ता की पत्नी ज्योति गुप्ता को इटावा नगर पालिका अध्यक्ष का दावेदार घोषित कर दिया।
भारतीय जनता पार्टी ने इटावा से पार्टी के पूर्व में विधायक रहे स्वर्गीय अशोक दुबे की पत्नी कुसुम दुबे को रविवार की शाम प्रत्याशी घोषित कर दिया। जिसके बाद लगातार उनकी जीत की प्रबल दावेदारी को देखते हुए समाजवादी पार्टी ने सोमवार की सुबह अपने प्रत्याशी को बदल दिया।
बता दे, समाजवादी पार्टी ने पहले इदरीश अंसारी की पुत्रवधू गुलनाज को प्रत्याशी बनाया था और वह आज नामांकन के दिन सबसे पहले समाजवादी पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के समाधि स्थल पर पहुंचकर उनका आशीर्वाद लेने गई थी। उसी दरमियान क्षेत्र में चर्चा होगी कि उनका टिकट काट दिया और उनकी जगह पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष रहे संटू गुप्ता की पत्नी ज्योति गुप्ता को बना दिया।
यह सारी चर्चाएं उस समय तक हवा हवाई लगती रही जब तक समाजवादी पार्टी को घोषित प्रत्याशी नामांकन करने नहीं पहुंच गया,तब तक सभी की निगाहें नामांकन स्थल पर टिकी हुई थी, कि आखिर समाजवादी पार्टी से कौन सा प्रत्याशी नामांकन करने पहुंचेगा।
नामांकन के अंतिम दिन जिसमे समय भी समाप्ति की ओर था। तभी इटावा के समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव के साथ संटू गुप्ता की पत्नी ज्योति गुप्ता और कई समर्थकों के साथ नामांकन स्थल पहुंचे।
जहां उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ से नामांकन किया। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि क्षेत्र के लोगों की मांग और चर्चाओं के अनुसार प्रत्याशी को बदला गया है समाजवादी पार्टी अपने विकास कार्यों और अपनी योजनाओं से जीत हासिल करेगी।
वहीं समाजवादी पार्टी से टिकट कट जाने के बाद इदरीस अंसारी की पुत्रवधू गुलनाज ने बहुजन समाजवादी पार्टी से टिकट लेकर इटावा नगर पालिका अध्यक्ष की दावेदारी ठोंकी और अपना नामांकन किया।
तो वही समाजवादी पार्टी से टिकट कटने पर इदरीश अंसारी ने कहा मेरे साथ धोखा हुआ है और हम तो 5 साल पहले ही समाजवादी पार्टी छोड़ आए थे लेकिन एक उम्मीद थी शिवपाल सिंह यादव पर वह भी नहीं रही ।
शायद शिवपाल सिंह यादव की एक भी नहीं चली इसका खामियाजा समाजवादी पार्टी को भुगतना पड़ेगा और पूरा मुसलमान समाजवादी पार्टी से नाराज है और कहा कि हम पूरी मेहनत से चुनाव लडेंगे और जीतेंगे भी।
वहीं बीजेपी से सदर विधायिका सरिता भदौरिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी को मुसलमानों पर भरोसा नहीं है। इसलिए पहले मुसलमान प्रत्याशी को उतारा उसके बाद जब बीजेपी ने ब्राह्मण चेहरे को अपना प्रत्याशी बनाया।
उसके बाद समाजवादी पार्टी में खलबली मच गई और अपना प्रत्याशी बदलकर बीएसपी से विधायक प्रत्याशी रहे संटू गुप्ता की पत्नी ज्योति का नामांकन करवाया गया। वही आम आदमी पार्टी से इटावा नगर पालिका की प्रत्याशी बनकर नीरु यादव ने नामांकन किया है।
उन्होंने मीडिया से वार्ता करते हुए कहा है कि इटावा नगर पालिका में फैले हुए भ्रष्टाचार को खत्म करना है। तो वहीं शहर का विकास करने की योजना बनाई हुई है। जो कि आम आदमी पार्टी ही बिल्कुल निष्पक्ष और इमानदारी से कर सकती है।
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