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Eye Flu in Ghaziabad : बढ़ता जा रहा Eye Flu का मामला, जानिए कैसे होता है आई फ्लू और बचने के उपाय

• LAST UPDATED : July 25, 2023

India News (इंडिया न्यूज़) Eye Flu in Ghaziabad ग़ाज़ियाबाद : उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद समेत दिल्ली में बहुत बारिश हुई है। बारिश ज्यादा होने से मौसमी बीमारियों का भी प्रकोप बढ़ गया है।

इसमें कुछ खास बीमारी बीते कुछ दिनों से यहां है। जिससे गाज़ियाबाद और दिल्ली की जनता बहुत परेशान है। इस बीमारी का नाम आई फ्लू (Eye Flu) है।

पिछले एक हफ्ते में आई फ्लू (Eye Flu) के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल में आई फ्लू के मरीजों की संख्या हजारों में पहुंच गई है। लोगों को इलाज कराने में भी दिक्कत हो रही है।

स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

स्वास्थ्य विभाग ने आई फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है। सरकारी अस्पतालों में नेत्र ओपीडी में रोजाना हजारो की संख्या में मरीज जा रहे है।

इसके देखते हुए कहा गया है कि इस बीमारी से ग्रसित लोगों से दूर रहे। इस बीमारी में खास कर छोटी उम्र के लोग शामिल है। बता दे, आई फ्लू को कंजंक्टिवाइटिस और ‘पिंक आई’ के रूप में भी जाना जाता है।

जानिए कैसे होती है आई फ्लू

आई फ्लू में आँख लाल हो जाता है और आखो से पानी आने लगता है। आम भाषा में इसे आँख आना बोलते है। इसके लक्षण बारिश के समय ही देखने को मिलता है।

मानसून बदलने के दौरान कम तापमान और ह्यूमिडिटी की वजह से लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के कारकों के संपर्क में जल्दी आ जाते है। आई फ्लू में आखे लाल हो जाती है। इसके साथ ही सूजन, जलन और खुजली के साथ पानी आते हैं। आंखों के आसपास लाल या सफेद दाग भी बन जाते है।

क्या है आई फ्लू से बचाव के उपाय

  • हाथों को सेनेटाइज करते रहे।
  • अपने रूमाल और कपड़ों अलग रखे।
  • आंख में अगर खुजली होतो मसले नहीं।
  • आखो को बर्फ से सिकाई करें।
  • संक्रमित मरीजों से दूरी से क्युकी यह छूने से भी होता है।
  • हाथ धोए बिना आंखों को न छुए
सीएमएस डॉ. मनोज चतुर्वेदी ने दी ये सलाह

आई फ्लू के बढ़ेत प्रकोप को लेकर जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. मनोज चतुर्वेदी ने कहा कि इस बीमारी से बचने के लिए आप सभी प्रोटोकॉल को फॉलो करे। मौसम में अचानक से बदलाव कि वजह से यह बीमारी फैल रही है।

आगे बताया कि इस बीमारी के मरीजों से आप दूर रहे। उसके साथ ना कपडा सहारे करे ना ही उनसे हाथ मिलाये। अगर आपको थोड़ा भी महसूस होता है तो आप तुरंत अपने डॉक्टर से मिले। मूलतः तीन से चार दिन में यह बीमारी ठीक हो जाएगी।

इसके लिए आपको घबराना नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हॉस्पिटल में दवाईया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। आप दवा 4 दिन तक लगातर लेते रहे। बीच में किसी भी हल में बंद ना करे।

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