India News (इंडिया न्यूज़) Farrukhabad News फर्रुखाबाद : देश में जहां एक ओर होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक दलों ने जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू कर दी है, तो वहीं कुछ नेताओं ने धार्मिक टिप्पणियां भी शुरू कर दी है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र उदय निधि स्टालिन द्वारा भी हिंदू धर्म के खिलाफ टिप्पणी की गई है। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को डेंगू मलेरिया वायरस बता कर जड़ से खत्म करने की बात कही थी।
जिसपर सभी ने आक्रोश जताया। संत परमहंस आचार्य ने अपनी नारजगी को वयक्त करते हुए कहा था कि जो उसका सर काट कर लायगा उसको 10 करोड़ रूपए दूंगा।
आगे फिर कहा कि यदि अगर 10 करोड़ रुपये उनका सिर काटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, तो मैं इनाम बढ़ा दूंगा, लेकिन ‘सनातन धर्म’ का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वही, थाना कादरीगेट क्षेत्र में स्थित लाल गेट फब्बारे पर तमिलनाडु मुख्यमंत्री के बेटे के विवादित बयान पर भड़की करणी सेना ने पुतला फूंका। लालगेट फब्बारा पर करणी सेना ने उदयनिधि स्टालिन का पुतला फूंक कर विरोध जताया। करणी सेना ने सरकार से उदयनिधि स्टालिन पर एनएसए लगाकर जेल भेजने की मांग की। सनातन धर्म को डेंगू मलेरिया बताने वाले उदय निधि को जूते की माला डाल कालिख पोत कर घुमाना चाहिए।
करणी सेना के कार्यकर्ताओ ने कहा कि सनातन धर्म पर लगातार की जा रही उल्टे सीधे बयान बाजी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार कानून लाए। करणी सेना जिलाध्यक्ष ने स्वामी प्रसाद मौर्य को दिमागी तौर पर कमजोर व कुएं का मेंढक करार दिया।