India News (इंडिया न्यूज़) Gorakhnath Temple गोरखपुर : पिछले 8 मई से चल रहे गोरखनाथ मंदिर में कार्यक्रम का आज आखिरी दिन था।
ऐसे में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में इस कार्यक्रम को संम्पन कराया गया। इस दौरान कई राज्यो से साधु संत पहुचे और इस पूरे कार्यक्रम के साक्षी बने।
सीएम योगी ने नौ देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा की। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के कर कमलों से गोरक्षपीठ का देवलोक, गोरखनाथ मंदिर में श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ व श्रीमद्भागवत महापुराण कथाज्ञानयज्ञ की पूर्णाहुति की गयी।
सीएम द्वारा विधि विधान पूर्वक नौ नवीन मंदिरों में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होने के साथ गोरक्षपीठ का देवलोक और समृद्ध भी हो गया। प्राण प्रतिष्ठा का यह अनुष्ठान श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ व श्रीमद्भागवत महापुराण कथाज्ञानयज्ञ की पूर्णाहुति के संगम पर पूर्ण हुआ।
गोरखनाथ मंदिर में बने नौ नए मंदिरों में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा के लिए धार्मिक अनुष्ठान दो चरणों में 8 मई को ही प्रारंभ हो गए थे। प्रथम चरण में श्रीशिव महापुराण की कथा हुई तो दूसरे चरण में 15 मई से श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ व श्रीमद्भागवत महापुराण कथाज्ञानयज्ञ का आयोजन हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मौजूदगी में इनके द्वारा मूर्तियों के प्राण प्रतिस्ठा कार्यक्रम को समपन्न कराया गया।
विश्राम दिवस पर बोले योगी आदित्यनाथ
प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के साथ ही गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण कथाज्ञानयज्ञ का भी विश्राम हुआ। विश्राम दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यासपीठ का पूजन किया और आरती उतारी।
इस अवसर पर उन्होनें कथा व्यास श्रीधाम वृंदावन से पधारे डॉ श्याम सुंदर पाराशर का अभिनंदन कर आभार व्यक्त किया। सीएम ने कहा कि कथा व्यास ने श्रीमद्भागवत को सम सामायिकता से जोड़कर कथा का मर्म समझाया।
उन्होंने मंदिर निर्माण, देव विग्रहों के निर्माण में योगदान देने वाले आर्किटेक्ट, शिल्पकार, राजगीर, मजदूर सभी के प्रति भी आभार व्यक्त करते हुए सबके योगदान की प्रशंसा की, मुख्यमंत्री ने गुरु गोरखनाथ व सभी देवी-देवताओं से सभी नागरिकों के मंगलमय जीवन की प्रार्थना की ।