India News (इंडिया न्यूज) Gorakhpur News: गोरखपुर विश्वविद्यालय दीनदयाल उपाध्याय के प्रशासनिक भवन में कुलपति कार्यालय में बवाल करने और कुलपति व कुलसचिव पर हमला करने के मामले में दस नामजद आरोपी छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निष्कासन का नोटिस भेज दिया है। वहीं छात्रों से एक सप्ताह के अंदर लिखित जवाब मांगा है। छात्रों को दिए तय समय में पक्ष नहीं रखने पर उनको निष्कासित कर दिया जाएगा।
विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि और 4 छात्रों के निलंबन व प्रतिबंध को वापस लेने की मांग को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने 21 जुलाई को कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी प्रदर्शन के दौरान पुलिस की घेराबंदी में जा रहे कुलपति को छात्रों ने रोकने की कोशिश की जिसके चलते छात्रों और पुलिस से झड़प हो गई थी। मुख्य नियंता की तहरीर पर कैंट पुलिस ने 22 नामजद लोगों पर केस दर्ज किया था। इसमें 8 विश्वविद्यालय के छात्र हैं। इसके बाद ही पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर दो अन्य छात्रों की पहचान की। पुलिस ने इन सभी छात्रों को विश्वविद्यालय से निष्कासन का नोटिस उनके घरों, विभाग तथा मोबाइल फोन पर भेज दिया है। वहीं सब से एक सप्ताह में जवाब भी मांगा है।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र के रूप में चंद्रपाल सिंह यादव, अर्पित कसौधन, संजीव त्रिपाठी, सूरज कुमार चंचल, शक्ति सिंह, प्रिंस तिवारी, प्रतीक रंजन सिंह और पीयूष कुमार के तौर पर हुई है। इनके अलावा विपिन जायसवाल और सौरभ कुमार गौड़ विश्वविद्यालय के छात्र हैं। नोटिस के मुताबिक, जवाब देने के बाद गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से गठित की गई कमेटी आरोपों और उनके जवाबों का परीक्षण करेगी, और उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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