India News (इंडिया न्यूज़) Gyanvapi News: सीएम योगी के बयान के बाद एक बार फिर ज्ञानवापी मुद्दा और भी गरम हो गया है। सपा नेता स्वामी प्रसाद ने सीएम योगी का पलटवार किया।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा है कि ”ज्ञानवापी को अगर मस्जिद कहेंगे, तो विवाद होगा। भगवान ने जिसको दृष्टि दी है, वह देखे न। त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो नहीं रखे।
वहां ज्योतिर्लिंग हैं, देवप्रतिमाएं हैं। दीवारें चिल्ला चिल्ला कर क्या कह रही हैं?” इन सभी बयानों को लेकर हमने हिंदू पक्षकार वकील हरिशंकर जैन से एक्सक्लूसिव बातचीत की है।
आगे सीएम ने कहा कि मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की तरफ से आना चाहिए कि ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए समाधान हो हम यही चाहते हैं । ज्ञानवापी मामले पर सवाल पूछने पर सीएम योगी ने कहा कि देश संविधान से चलेगा, मत और मजहब से नहीं। देखिए मैं ईश्वर का भक्त हूं, लेकिन किसी पाखंड में विश्वास नहीं करता हूं।
वहीं, सीएम योगी द्वारा ज्ञानवापी पर बयान देने पर संत समाज ने स्वागत किया है। अखिल भारतीय संत समिति महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि ज्ञानवापी का संघर्ष लंबा हो चला है, मुस्लिम समाज को सचाई को मानाने का समय आ गया है।
सीएम योगी के बयान के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा कि सभी धार्मिक स्थलों की 15 अगस्त 1947 की स्थिति को यथास्थिति स्वीकार किया जाए।
VIDEO | "Status of all the religious places as of August 15, 1947, must be accepted as the status quo," says Samajwadi Party leader @SwamiPMaurya. pic.twitter.com/hl55t3mvVD
— Press Trust of India (@PTI_News) July 31, 2023
मस्जिद में मंदिर खोजने का काम न करे और जो लोग दुस्साहस कर रहे लोग इस विवाद हो हवा दे रहे हैं। ऐसे लोग विवाद को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे है। आगे कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय में लोग मंदिरों में बौद्ध मठ खोलना शुरू कर देंगे।