India News (इंडिया न्यूज़), Hariyali Teej: बांकेबिहारी को सावन का महीना अधिक प्रिय है ऐसी माना जाता है कि सावन माह में भगवान श्रीकृष्ण अपनी सखी-सहेलियों के साथ झूला झूलते हैं। आज भी ब्रज के मंदिरों में यी परंपरा बरकरार है, इस परंपरा मेें ठाकुरजी के श्रीविग्रह को झूला झुलाया जाता है। ब्रज के मंदिरों में ठाकुरजी को झूला झुलाने के उत्सव को हिंडोला उत्सव कहा जाता है।
हरियाली तीज के दिन वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में ठाकुरजी गर्भ गृह से बाहर निकलकर स्वर्ण-रजत के भव्य हिंडोले में विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन देंगे। वृंदावन में हरियाली तीज के दिन बांकेबिहारी मंदिर में सुबह से ही ठाकुर जी स्वर्ण हिंडोला में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। हरियाली तीज के पर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ की संभावना के चलते बांके बिहारी के दर्शन का समय चार घंटे बढ़ा दिया गया है।
मंदिर में दर्शन का बढाया गया समय
शनिवार के दिन प्रात: 7.45 बजे से दोपहर दो बजे तक और शाम को पांच बजे से रात्रि 11 बजे तक बांकेबिहारी गर्भ़गृह से बाहर निकालकर स्वर्ण हिंडोला में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। बांकेबिहारी मंदिर के सह प्रबंधक उमेश सारस्वत ने कहा कि हरियाली तीज पर ठाकुर जी के दर्शन करने का समय प्रात:कालीन एवं सायंकालीन सेवा में 2-2 घंटे का समय बढ़ाया गया है।
आरती के समय में बदलाव
मंदिर में स्वर्ण हिंडोला में दर्शन का समय बढ़ाने के साथ ही आरती का समय भी बढा दिया गया है। प्रात:कालीन में सेवायत का निज मंदिर में प्रवेश प्रात: 6 बजे, सुबह 7.45 बजे दर्शन खुलेंगे, श्रृंगार आरती प्रात: 7.55 पर होगी, राजभोग का समय प्रात: 8 बजे, राजभोग आरती दोपहर 1.55 बजे के बाद दोपहर 2 बजे मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। शाम को मंदिर के पट 5 बजे खुल जाएंगे। शयन आरती रात्रि 10.55 पर होगी इसके बाद रात्रि 11 बजे मंदिर के पट बंद होंगे।
मंदिर प्रबंधन ने जारी की एडवाइजरी
बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने हरियाली तीज पर देश-विदेश से दर्शन के लिए आने वाले लाखों भक्तों के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि श्रद्धालु अपने साथ छोटे बच्चे, बुजुर्ग, दिव्यांग और मरीजों को मंदिर में न लाएं। और साथ ही जेबकतरों और मोबाइल चोरों से भी सावधान रहें।