India News UP ( इंडिया न्यूज ),Hatharas Stampede: हाथरस के रतिभानपुर में सत्संग कार्यक्रम के दौरान बड़ा हादसा हो गया। सत्संग समाप्त हो जाने के भीड़ बाहर निकल रही थी, तभी भगदड़ मच गई। भगदड़ के दौरान महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए। इस भगदड़ के कारण 122 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। मरने वालों में अधिकतर महिलाएं बताईं जा रहीं है। हादसे के बाद सीएससी सिकंदराराऊ पर डेड बॉडी आने का सिलसिला जारी है। वहीं, घायलों को एटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। तभी समापन के दौरान भगदड़ मच गई। इस घटना में 122 लोगों की मौत हुई है। साथ ही इस हादसे में 100 से ज्यादा श्रद्धालु घायल भी हुए हैं। इन बच्चों और महिलाओं को इलाज के लिए एटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
इस हादसे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश भी दिए हैं।
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस जिले में हुए हादसे में मरने वालों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार और घटनास्थल पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच करने के निर्देश दिए हैं।’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने ट्वीट किया, "यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में मरने वालों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। उन्होंने जिला प्रशासन के… pic.twitter.com/eGAooguWxO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2024
साथ ही मृतकों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम योगी खुद इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री की ओर से दो मंत्रियों, मुख्य सचिव और डीजीपी को मौके पर भेजा गया है। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ सरकार की ओर से बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।