India News(इंडिया न्यूज़), चमोली “Hemkund Sahib” : हेमकुंड साहिब मार्ग पर रविवार को ग्लेशियर खिसकने से खतरनाक हादसा हो गया। अंतिम जत्थे में शामिल छह तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब से समय पर निकल गए थे, लेकिन अधिक थकान होने के कारण शाम 6 बजे अटलाकुड़ी तक ही पहुंच पाए। जहां अचानक से घांघरिया हेमकुंट लोकपाल मार्ग पर 13 किलोमीटर पर ग्लेशियर खिसकने का हादसा हुआ है। घटना में 4 लोगों को बचाव दल ने सुरक्षित निकाला, एक श्रद्धालु अभी भी लापता, खोज ओर बचाव कार्य जारी है।
रविवार शाम 6 बजे के करीब हेमकुंट साहिब आस्था पथ पर अटला कुड़ी के पास ग्लेशियर खिसक गया। जिसके चलते इस दौरान हेमकुंड साहिब से अंतिम जत्थे में 5 श्रद्धालु (3 महिलाएं औऱ 2 पुरूष) घांघरिया लौट रहे थे लेकिन वे बर्फ की चपेट में आ गए। एनडीआरएफ(NDRF) की टीम ने 4 यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया लेकिन अमृतसर निवासी 37 वर्षीय कमलजीत कौर लापता हो गईं।
बता दें कि हेमकुंड साहिब में तीर्थयात्रियों के लिए रात में विश्राम की सुविधा नहीं की गई है। जिस वजह से प्रतिदिन तीर्थयात्री यात्रा कर बेस कैंप घांघरिया से छह किलोमीटर की पैदल यात्रा कर हेमकुंड साहिब पहुंचते हैं। जहां वह गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद वापस लौट आते हैं। गुरुद्वारा से प्रतिदिन सेवादारों की ओर से लाउडस्पीकर से तीर्थयात्रियों को वापस लौटने की अपील की जाती है। रविवार को भी ऐसा ही हुआ था, सभी तीर्थयात्रियों से वापस लौटने की अपील की थी। लेकिन अंतिम जत्थे में शामिल ये तीर्थयात्री पैदल दूरी अधिक होने के चलते बेहद धीमी गति से चल रहे थे।
यात्रियों द्वारा बताया गया कि उनके साथ की महिला यात्री का कुछ पता नहीं चल पाया है। रेस्क्यू टीम ने महिला यात्री को खोजने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। अधिकतर हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर आने वाले तीर्थयात्री अक्सर अटलाकुड़ी में ग्लेशियर प्वाइंट पर फोटो खिंचवाने के लिए रुक जाते हैं। वहीं यहां पर तैनात एसडीआरएफ(SDRF) के जवान तीर्थयात्रियों को रुकने नहीं देते हैं, लेकिन तीर्थयात्री ग्लेशियर के इर्द-गिर्द फोटो खिंचवाते रहते हैं।
एसपी चमोली प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि घटना शाम 6 बजे की है। इस दौरान घांघरिया में ग्लेशियर टूटकर मार्ग पर आ गया। 4 यात्रियों को रेस्क्यू किया गया लेकिन एक महिला यात्री लापता है। बता दें, हेमकुंड साहिब का रास्ता फिलहाल बंद है, जहां उसे खोलने का काम शुरू कर दिया गया है।बताया कि घटनास्थल पर तीर्थयात्रियों के लिए चॉपर भी भेजा गया था लेकिन बर्फ अधिक होने के और शाम होने कारण चॉपर उतर नहीं पाया।
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