India News (इंडिया न्यूज़), उत्तराखंड “Hemkund Sahib Yatra ”: मौसम खुलते ही हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा अपने चरम पर पहुंचने लगी है। इसके साथ ही लगातार तीर्थयात्राओं की मौत की खबर भी सामने आ रही है। जहां हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर पहुंची गुजरात की एक महिला तीर्थयात्री की हृदयगति रुकने से मौत हो गई।
बता दें, मंगलवार को सुषमा जुनेजा (59) पत्नी जयप्रकाश जुनेजा, निवासी-बी-2, 402 नक्षत्र प्लेटनम साईटीर्थ रेजीडेंसी पालनपुर पारिया रोड सूरत सिटी नवयुग कॉलेज गुजरात पति के साथ हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर उत्तराखंड पहुंची थीं। जहां अचानक से हेमकुंड साहिब में तबीयत बिगड़ने पर सुषमा को कंडी के सहारे घांघरिया गुरुद्वारे के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। चिकित्सकों ने मौत का कारण हृदयगति रुकना बताया।
इसके साथ ही हेमकुंड साहिब मार्ग पर रविवार को ग्लेशियर खिसकने से खतरनाक हादसा हो गया। अंतिम जत्थे में शामिल छह तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब से समय पर निकल गए थे, लेकिन अधिक थकान होने के कारण शाम 6 बजे अटलाकुड़ी तक ही पहुंच पाए। जहां अचानक से घांघरिया हेमकुंट लोकपाल मार्ग पर 13 किलोमीटर पर ग्लेशियर खिसकने का हादसा हुआ है। घटना में 4 लोगों को बचाव दल ने सुरक्षित निकाला। जहां बताया गया था कि एक श्रद्धालु अभी भी लापता, खोज ओर बचाव कार्य जारी था। जिसके कुछ घंटो बाद रेसक्यू कर महिला का शव निकाला।
बता दें कि हेमकुंड साहिब में तीर्थयात्रियों के लिए रात में विश्राम की सुविधा नहीं की गई है। जिस वजह से प्रतिदिन तीर्थयात्री यात्रा कर बेस कैंप घांघरिया से छह किलोमीटर की पैदल यात्रा कर हेमकुंड साहिब पहुंचते हैं। जहां वह गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद वापस लौट आते हैं। गुरुद्वारा से प्रतिदिन सेवादारों की ओर से लाउडस्पीकर से तीर्थयात्रियों को वापस लौटने की अपील की जाती है।
बता दें, 20 मई से सिखों के पवित्र धर्मस्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू हुई थी। सिर्फ एक दिन ही बीता था, इस दौरान यात्रा पर आए पंजाब के एक श्रद्धालु की रविवार को मौत हो गई। जिसके बाद मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जोशीमठ चिकित्सालय भेजा गया। सरदार मंजीत सिंह अपने साथी गुरप्रकाश के साथ हेमकुंड साहिब यात्रा पर आए थे। जहां करीब ढाई किलोमीटर आगे रास्ते में मंजीत सिंह बेहोश हो गए थे। जिसके बाद संगत की मदद से उन्हें घांघरिया चिकित्सालय ले जाया गया। हालत इतनी खराब थी की डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
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