India News (इंडिया न्यूज़), Aditya L1: भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो यानी की भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने एक बार फिर अंतरिक्ष में इतिहात रच दिया है। इसरो द्वारा सूर्य के अध्ययन के लिए भेजे गए Aditya L1 को पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर इसकी अंतिम गंतव्य कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया।
स्पेस एजेंसी इसरो के अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी दी कि एल1 प्वाइंट के चारों ओर प्रभामंडल कक्षा में उपग्रह से सूर्य को लगातार देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे वास्तविक समय में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभाव का अवलोकन करने में अधिक लाभ मिलेगा।
बता दें कि इसरो ने सूर्य के अध्ययन के लिए श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के दूसरे लॉन्च पैड से 2 सितंबर 2023 को सूर्य मिशन PSLV-C57/Aditya-L1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो की इस महत्वपूर्ण सफलता की बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा कि भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की। भारत की पहली सौर वेधशाला Aditya L1 अपने गंतव्य पर पहुंच गई है।
India creates yet another landmark. India’s first solar observatory Aditya-L1 reaches it’s destination. It is a testament to the relentless dedication of our scientists in realising among the most complex and intricate space missions. I join the nation in applauding this…
— Narendra Modi (@narendramodi) January 6, 2024
पीएम मोदी ने कहा कि यह सबसे जटिल और पेचीदा अंतरिक्ष अभियानों को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं इस असाधारण उपलब्धि की सराहना करने में राष्ट्र के साथ शामिल हूं। हम मानवता के लाभ के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।
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