India News (इंडिया न्यूज़), केदारनाथ “Kedarnath Avalanche”: उत्तराखंड में चल रही केदारनाथ धाम में गुरुवार को मंदिर के ऊपर चोराबाड़ी ताल की तरफ हिमस्खलन हो गया। इस दौरान हिमस्खलन के करीब 5 मिनट तक बर्फ का धुंआ उठता रहा। श्रध्दालु मंदिर में दर्शन कर रहे थे। बर्फ का धुंआ उठता देख वहां अपरा-तफरी मच गई। श्रद्धालुओं ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद किया।
बताते चलें कि जून 2013 में इसी रास्ते से आपदा में भी भारी मात्रा में मलबा और पानी आया था। जिसके चलते उत्तराखंड के इतिहास के पन्नों में उस खौफनाक मंजर का किस्सा दर्ज हो गया। इसके साथ ही बीते दस माह में हिमस्खलन (एवलांच) की यह पांचवीं घटना है। बीते वर्ष सितंबर-अक्तूबर में भी इसी क्षेत्र में एवलांच आया था।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि यह घटना केदारनाथ से चार किमी दूर हुई है। हालांकि हिमालय में होने वाली यह सामान्य घटना है। हिमस्खलन से कोई नुकसान नहीं हुआ। उनका कहना है कि पिछले कई दिनों से यहां पहाड़ियों पर हिमपात से भारी मात्रा में नई बर्फ जम रही है, जिसके बोझ से ऐसा हो रहा है। बता दें कि बृहस्पतिवार को सुबह लगभग सवा सात बजे केदारनाथ से करीब चार किमी पीछे चाेराबाड़ी ताल के ऊपरी क्षेत्र में स्थित ग्लेशियर के एक हिस्से में हिमस्खलन हुआ था। जिस वजह से पांच से सात मिनट के लिए क्षेत्र में बर्फ का गुबार उठा। जिस तरह से बर्फ का गुबार तेजी से नीचे की तरफ खिसक रहा था, उससे अनुमान लगाया गया कि काफी ऊंचाई से भारी मात्रा में नई बर्फ टूटकर गिरी है।
22 सितंबर को शाम साढ़े 4 बजे केदारनाथ मंदिर से लगभग तीन से चार किमी पीछे पहाड़ी से आंशिक हिमस्खलन हुआ है। इसके बाद एक अक्तूबर को शाम साढ़े पांच बजे के आसपास मंदिर से छह से सात किमी पीछे फिर से आंशिक हिमस्खलन हुआ है। इसके बाद दो अक्तूबर को भी चोराबाड़ी ताल से लगभग तीन किमी ऊपर हिमस्खलन हुआ था।
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