India News(इंडिया न्यूज़), Lucknow News: मणिपुर में हो रही लगातार हिंसा और वहां पढ़ रहे उत्तर प्रदेश के कई छात्र इस हो रही हिंसा की वजह से फंस गए हैं। अब इन फंसे हुए छात्रों के प्रदेश लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। बता दें कि इम्फाल से मंगलवार शाम करीब 62 छात्रों को लेकर एक फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंची। उसके बाद दिल्ली से बच्चों को बसों के जरिये उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाने की सरकार ने व्यवस्था की।
राहत आयुक्त प्रभु नारायण सिंह ने इसके बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के छात्र आईआईएमटी मणिपुर, एनआईटी इम्फाल, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, केंद्रीय कृषि विवि और मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा अब तक 136 छात्रों ने यूपी वापस लौटने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इनमें लखनऊ के 17, प्रयागराज के 13, कानपुर नगर के 10, गाजीपुर के 8, वाराणसी के 6, गाजियाबाद के 8, नोएडा के 4 और अंबेडकर नगर के 4 छात्र शामिल हैं।
मणिपुर में हिंसा की दो प्रमुख कारण हैं। एक है बहुसंख्यक मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने का फैसला जिसका कुकी और नागा समुदाय विरोध कर रहे हैं। कुकी और नागा समुदाय को आजादी के बाद से ही आदिवासी का दर्जा मिला हुआ है। और दूसरी वजह है गवर्नमेंट लैंड सर्वे। बीजेपी की अगुआई वाली राज्य सरकार ने रिजर्व्ड फॉरेस्ट यानी आरक्षित वन क्षेत्र को आदिवासी ग्रामीणों से खाली कराने का अभियान चला रही है। कुकी समुदाय इसके विरोध में है।
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