India News (इंडिया न्यूज़),Mansa Devi Haridwar: देश के कई राज्यों में कुदरत अपना कहर बरसा रही है। देश के तमाम शहरों से बाढ़ और लैंडस्लाइड के रूप में कुदरत का कहर दिखाई दे रहा है। इस आपदा की ज़द में केवल मकान, सड़क और दुकान ही नहीं मंदिर भी आने लगे हैं। हाल ही में उत्तराखंड से ऐसी बहुत डराने वाली ख़बर सामने आई है। हरिद्वार के विश्व विख्यात मनसा देवी मंदिर पर बहुत बड़ा खतरा मंडराता हुआ दिख रहा है।
हरिद्वार में हर की पौड़ी के ठीक पीछे पहाड़ियों पर मनसा देवी का मंदिर मौजूद है। जहां हज़ारों की संख्या में रोज़ाना श्रद्धालु पहुंचते हैं। परंतु अब इन पहाड़ियों पर खतरा मंडराता दिख रहा है। जिस कारण यहां रहने वाले लोगों के साथ-साथ उत्तराखंड सरकार भी टेंशन में है। दरअसल, मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों में दरार पड़ने की बात सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि भारी बारिश के बाद यहां के पहाड़ तेज़ी से दरक रहे हैं।
रिपोर्टस के अनुसार, मनसा देवी मंदिर के पहाड़ों पर केवल 1 से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर कुल 6 जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ है। लैंडस्लाइड के कारण पहाड़ के नीचे बसे इलाकों में बड़ी अनहोनी की आशंका से है। वहीं उत्तराखंड सरकार ने हालात की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार के भूगर्म विशेषज्ञों से मदद की गुहार लगाई है।
मनसा देवी मंदिर के पहाड़ों में दरार के कारण जो इलाके नीचे बसे हैं उन पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। इन इलाकों में 12 हज़ार से भी ज्यादा लोग रहते हैं। ये सभी डर के साए में जीने को मजबूर हो गए हैं। इनमें अपर रोड मार्केट, काशीपुर, जोगियामंडी और ब्रह्मपुरी शामिल हैं।
बता दें कि पिछले कई दिनों से हरिद्वार में बहुत भारी बारिश नहीं हुई है। लेकिन मनसा देवी मंदिर के पहाड़ों पर भूस्खलन की घटनाएं काफी तेज़ी से बढ़ी हैं। जिस कारण मनसा देवी मंदिर के पहाड़ों की बनावट में मिट्टी के साथ-साथ रेत की मात्रा काफी अधिक है। हरिद्वार में पहले हुई बारिश की नमी पहाड़ों में अभी भी मौजूद है। जिसके चलते मिट्टी और रेत की पकड़ ढीली हो गई है। इसके बाद से ही मंदिर के पहाड़ कई जगह से काफी कमजोर हो गए हैं।
बताते चले कि हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। वैसे तो देश में कई जगहों पर मनसा देवी के मंदिर मौजूद हैं। लेकिन हरिद्वार के इस मंदिर को लेकर लोगों की बहुत ज्यादा आस्था है। पुराणों के अनुसार, मनसा देवी भगवान शिव की पुत्री हैं। इसके साथ ही नागराज वासुकी की बहन के रूप में भी उनकी पूजा की जाती है। हर की पौड़ी के पीछे करीब एक हजार मीटर की ऊंचाई पर मनसा देवी का मंदिर शिवालिक की पहाड़ियों पर बसा है।