INDIA NEWS (इंडिया न्यूज़), वृन्दावन : बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने प्रियाकान्तजु मंदिर संस्थापक, हिंदु धर्मगुरू देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज से मुलाकात की । इसके बाद दोनों ने रात्रि में वृन्दावन, बरसाना के प्रमुख संतों से भेंटकर धर्मचर्चा की । धीरेन्द्र शास्त्री ने ब्रज को शांति की भूमि बताया वहीं उन्होंने कहा कि जैसे अयोध्या में भगवान श्रीराम का दिव्य मंदिर बन रहा है उसी तरह मथुरा में भी भव्य श्रीकृष्ण मंदिर बनता दिखायी देगा ।
बुधवार देर साँय पंडित धीरेन्द्र शास्त्री छटीकरा मार्ग स्थित ठा0 श्रीप्रियाकान्तजु मंदिर पहुँचें। यहाँ उन्होनें देवकीनंदन महाराज के साथ मंदिर दर्शन किये तत्पश्चात दोनों ने वृन्दावन के सुदामाकुटी आश्रम पहुँचकर सुतीक्ष्णदास महाराज से आर्शीवाद लिया ।
यहाँ से रात्रि में ही बरसाना के विनोद बाबा से भेंटकर, उनके प्रवचन सुने। मथुरा में रात्रि विश्राम के बाद गुरूवार को शास्त्री ने गोवर्धन पहुँचकर संत बालयोगेश्वर महाराज से भेंटकर धर्मचर्चा की।
बातचीत के दौरान धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि ब्रज में संतो एवं ब्रजवासियों का आशीर्वाद मिलता रहता है। जिन्हें भी अपने जीवन में खालीपन लगे वे ब्रज में आकर भक्ति, प्रेम और शांति के रस मे सराबोर हो सकते हैं। उन्होने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि की तरह ही मथुरा में भी श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण होगा।
हिंदू राष्ट्र की मांग को सही ठहराते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा की हिंदू राष्ट्र में फायदे ही फायदे हैं, घाटा कुछ नहीं है। इससे संस्कृति सुधरेगी, संस्कार बचेंगे, समान नागरिकता होगी और जातिवाद के नाम पर होने वाली राजनीति पर रोक लगेगी।
उन्होंने कहा की भारत विश्व गुरु तभी बनेगा, जब भारत में वेद शास्त्र की परंपरा की शिक्षा पद्धति लागू होगी। देवकीनंदन महाराज ने कहा कि श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्तिकरण के लिए व्यापक अभियान का आगाज किया जायेगा। सभी सनातनी धर्मप्रेमी लोकतांत्रिक तरीके से अपने आराध्य के मंदिर को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए प्रयास करेंगे।
ALSO READ- न्यायिक आयोग के निरीक्षण में हुई हत्याकांड की जांच, घटनास्थल पहुंची FSL की टीम