India News (इंडिया न्यूज़), Mathura News: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बाद सुबह प्रातः 4 बजे बरसाना के लाडली जी महल में ब्रज की महारानी अष्टधात्रि श्री राधारानी का जन्म हुआ। जन्मोत्सव की खुशी में बरसाना को दुल्हन की तरह सजाया गया। वृषभान भवन लाडली जी महल रंग बिरंगी रोशनी से गुलजार नजर आ रहे हैं। इस अवसर पर देश और दुनियां से लाखों की संख्या भक्त बरसाना पहुंचे हैं।
भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजामात किए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से बरसाना क्षेत्र को 7 जोन और 16 सेक्टरों बांटा गया है। मंदिर परिसर में अनुभवी और पुराने पुलिस कर्मी सहित पुलिस अधिकारियों को ड्यूटी लगाई गई है। मंदिर पर जाने के लिए वनवे सिस्टम लागू किया गया है।
बरसाना में अरावली के पर्वत श्रृंखला में ब्रह्मांचल पर्वत पर आठ सखियों के बीच राधारानी अष्टदल कमल सी विराजमान हैं। पहाड़ियों के पत्थर श्याम तथा गौरवर्ण के हैं। जिन्हें कृष्ण तथा राधा के अमर प्रेम का प्रतीक माना जाता है। मां कीरत और पिता वृषभानु की दुलारी राधारानी का जन्म भादों के माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मूल नक्षत्र में हुआ था। राधारानी के दर्शन के लिए देश और दुनियां के लोग बरसाना पहुंच रहे हैं। भक्तों की भीड़ के कारण गलियों में पैर रखने की जगह नहीं बची है।
अष्टसखी ललिता, विशाखा, चित्रा, इंदुलेखा, चम्पकलता, रंग देवी, सुदेवी, तुंगविद्या के बिना राधारानी की कल्पना कृष्ण सी अधूरी है। राधारानी के जन्मोत्सव के अवसर पर जगह जगह धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन किए जा थे हैं। राधारानी मंदिर को रंग बिरंगी रोशनी से दुलहन की तरह सजाया गया है। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस कदर यहां श्रद्वालु भक्तों की भीड़ राधारानी के दर्शन को उमड़ रही है। भक्त राधारानी के जयकारे लगाते खुशी में झूम रहे हैं।
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