India News UP (इंडिया न्यूज़), Mukhtar Ansari: इस साल होली का त्यौहार दो दिन मनाया गया है। कुछ जगहों पर 25 मार्च तो कही 26 मार्च को होली का त्यौहार मनाया जा रहा है। लेकिन इसी बीच उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में आधी रात को हला मच गया। जब जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की तबीयत अचानक खराब हो गई। इसके बाद उनको वहा से अस्पताल लाया गया। फ़िलहाल, वो आईसीयू में भर्ती है। जहाँ उसका इलाज चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक, वह कब्ज और यूरिन इन्फेक्शन से पीड़ित हैं। 5 दिन पहले भी उनकी तबीयत खराब हुई थी। उस समय मुख्तार के पेट में दर्द हुआ जिसके कारण वह शौच जाते समय गिर गये। तब भी उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
इतना ही नहीं, कुछ दिन पहले ही मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें जेल के अंदर अच्छी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। आरोप था कि जेल में उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा था।
यूरिन इन्फेक्शन को यूटीआई भी कहा जाता है। यह संक्रमण मूत्र प्रणाली के किसी भी हिस्से यानी किडनी, गर्भाशय, मूत्राशय, मूत्रमार्ग में हो सकता है। आमतौर पर इस संक्रमण का खतरा पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है।
यूटीआई आमतौर पर बैक्टीरिया के कारण होता है, हालांकि कुछ मामले ऐसे भी होते हैं जिनमें यह संक्रमण वायरस और फंगस के कारण भी होता है। हालांकि यूरिन इन्फेक्शन कोई बड़ी बीमारी नहीं है. लेकिन इसका समय पर इलाज कराना बहुत जरूरी है।
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 40% महिलाओं और 12% पुरुषों को इस संक्रमण से पीड़ित होना पड़ता है। डॉक्टरों के मुताबिक, अगर यूटीआई ब्लैडर तक पहुंच गया है तो कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन अगर यही संक्रमण किडनी तक फैल जाए तो मरीज की तकलीफ काफी बढ़ जाती है।
मूत्राशय में संक्रमण- इस प्रकार के संक्रमण को सिस्टिटिस कहा जाता है। यह संक्रमण मूत्राशय में जीवाणु संक्रमण के कारण होता है।
मूत्र मार्ग में संक्रमण- इस प्रकार के संक्रमण को मूत्रमार्गशोथ कहा जाता है। ऐसा बैक्टीरिया के कारण भी होता है. इसमें मूत्र मार्ग में सूजन की शिकायत आम है जिसके कारण रोगी को पेशाब करते समय दर्द का अनुभव होता है।
यूटीआई की इस स्टेज में यह बीमारी काफी गंभीर रूप ले लेती है। इस संक्रमण के दौरान मरीज को अस्पताल में भर्ती भी होना पड़ सकता है। किडनी संक्रमण के सामान्य लक्षणों में बुखार, मूत्र में रक्त, श्रोणि में दर्द शामिल हैं। अगर बैक्टीरिया किडनी में प्रवेश कर जाए तो मरीज की जान को खतरा हो सकता है। ऐसी स्थिति को यूरो सेप्सिस कहा जाता है, जिसमें निम्न रक्तचाप से मृत्यु हो सकती है।
इस सवाल का जवाब देने के लिए एबीपी न्यूज ने डॉ. प्रतिभा सिंह से बात की. उन्होंने बताया कि यूरिन इन्फेक्शन (यूटीआई) का इलाज करने के लिए सबसे पहले इसके कारण का पता लगाया जाता है। अगर मरीज को बैक्टीरिया के कारण यह समस्या हो रही है तो डॉक्टर कुछ दिनों तक साफ-सुथरा रहने और एंटीबायोटिक्स लेने की सलाह देते हैं।
उन्होंने आगे कहा, संक्रमण के दौरान मरीजों को जितना संभव हो सके तरल पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से बैक्टीरिया पेशाब के जरिए मरीज के शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन अगर इस संक्रमण के दौरान मरीज को दर्द महसूस हो रहा है तो उसे पेन किलर लेने और पीठ और पेट पर गर्म पैड लगाने के लिए कहा जाता है।
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