होम / Mother’s Day special : “मदर्स डे” के अवसर पर गंगा द्वार पर माताओं का सम्मान, जानिए भारतीय परंपरा में गंगा माँ का खास महत्त्व

Mother’s Day special : “मदर्स डे” के अवसर पर गंगा द्वार पर माताओं का सम्मान, जानिए भारतीय परंपरा में गंगा माँ का खास महत्त्व

• LAST UPDATED : May 14, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Mother’s Day special : आज मदर्स डे के अवसर पर वाराणसी में गंगा किनारे की सफाई कर मां गंगा की पीड़ा हरने का संकल्प लिया गया।

  • तुलसी के पौधे देकर किया सम्मानित
  • माताओं की उतारी आरती
  • नमामि गंगे के संयोजक ने कहा कि

तुलसी के पौधे देकर किया सम्मानित

वाराणसी में ‘मदर्स डे’ के अवसर पर “नमामि गंगे” के तरफ से लोगों गंगा द्वार पर मां गंगा की आरती उतारकर भारत की सुख -समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा। अपनी हर बूंद में भारतवासियों के लिए ममता समाहित करने वाली मां गंगा के तट पर माताओं को माता तुलसी के पौधे, पुष्पहार और अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया।

गंगा तट पर अपने ममतामयी आंचल से भारत वासियों को जीवन देने वाली मां गंगा के किनारे की सफाई कर गंगा की पीड़ा को हरने का संकल्प लिया। मां स्वरूप प्रकृति के संरक्षण की कामना से माता तुलसी का पौधा देकर माताओं का सम्मान हुआ।

माताओं की उतारी आरती

‘भारत माता’ की तस्वीर और ‘राष्ट्र ध्वज’ लेकर श्री काशी विश्वनाथ धाम में स्थापित भारत माता और उपस्थित सभी माताओं की आरती उतारी गई। आरती के दौरान गंगा तट और श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरीडोर परिसर भारत माता की जय जयकार से गूंज उठा।

नमामि गंगे के संयोजक ने कहा कि

नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि भारत की जीवनधारा मां गंगा की हर बूंद में भारतवासियों के लिए ममता समाहित है। गंगा उत्तर भारत की अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है।

यह आस्था और अर्थव्यवस्था दोनों ही है। गंगा का अविरल प्रवाह सनातनी संस्कृति का अक्षय और अविरल प्रवाह है। सदियों से गंगा भारतवासियों को अपने आंचल तले पाल रही हैं। प्रत्येक नागरिक का उत्तरदायित्व है कि गंगा रूपी धरोहर का संरक्षण करें।

बताया कि मां गंगा, भारत माता और सभी माताओं की आरती उतारकर हमने उनके ममत्व, त्याग और बलिदान का सम्मान किया है। आयोजन में प्रमुख रूप से काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर प्रभारी पुष्पलता वर्मा, सहित क्षेत्र के सम्मानित लोग शामिल थे।

also read – बरसों बाद चुनाव नतीजों के बाद शांत रहा अतीक का गढ़, पहले माफिया के फरमान पर…….

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox