India News(इंडिया न्यूज़), उत्तराखंड “ Pithoragarh News :” पिथौरागढ़ में मां अपनी सात साल की बेटी शशिकला के साथ बृहस्पतिवार शाम घर के पास खेतों में गई थी। इसी दौरान खेतों में घात लगाए तेंदुए ने बच्ची पर हमला कर दिया और जबड़ों में दबाकर लगभग 100 मीटर दूर तक खींच ले गया।
उत्तराखंड में इन दिनों गुलदार का आतंक मचा हुआ है। जिसके चलते कई इलाके में गुलदार का खतरा मंडरा रहा है। बता दें, वन विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद गुलदार आए दिन लोगों पर हमला कर रहा है। उनकी जान ले रहा है और यही वजह है कि दर्जनों गांव के लोग इस दहशत में जी रहे हैं। हालांकि, वन विभाग के अफसरों ने गुलदार को पकड़ने के लिए एक्सपर्ट टीम को बुलाकर रखा है। लेकिन गुलदार एक्सपर्ट टीम से कोसों दूर नजर आ रहा है। खेत खलियान से लेकर गली मोहल्लों में गुलदार के खौफ की वजह से सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीण अपने घरों में कैद हुए हैं।
देहरादून के विकासनगर के शंकरपुर गांव में पिछले काफी दिनों से गुलदार के खौफ से लोग सहमे हुए थे। बीती 6 मई को इसी गांव के एक घर से खेलते हुए बच्चे को गुलदार उठा ले गया था। जिसके बाद वन विभाग की टीम हरकत में आई। बच्चे के शव को अगले दिन बगीचे से बरामद किया गया और आदमखोर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाकर जाल बिछाया गया। बता दें, विभाग के जाल में फ़सकर गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। गुलदार के पिंजरे में कैद होते ही लोगों ने राहत की सांस ली है।
वहीं, पिथौरागढ़ के जाखनी उप्रेती गांव में मां हेमा देवी अपनी सात साल की बेटी शशिकला के साथ बृहस्पतिवार शाम घर के पास खेतों में गई थी। इसी दौरान खेतों में घात लगाए तेंदुए ने बच्ची पर हमला कर दिया और जबड़ों में दबाकर लगभग 100 मीटर दूर तक खींच ले गया। जिसके बाद हेमा देवी सहित आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाते हुए तेंदुए का पीछा करा। शोर को खौफ से तेंदुआ बच्ची को लगभग 100 मीटर के दायरे में छोड़ गया।
इसके तुरंत बाद परिजन शशिकला को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। शशिकला के सिर, एक आंख, गले एवं पीठ पर तेंदुए के दांतों और पंजों के गहरे निशान बने हुए थे। बता दें, तेंदुए के हमले से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। जिसके बाद क्षेत्रवासियों ने वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग की है।
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