India News (इंडिया न्यूज़) ‘Prayagraj Chakia News’ प्रयागराज : प्रयागराज (Prayagraj) चकिया (Chakia) में पहली बार चुनाव के रिजल्ट आने के बाद शांत रहा अतीक का गढ। इससे पहले लगातार चार बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर मोहम्मद आज़म को जीत मिलती रही है।
अतीक अहमद की हत्या के 78 दिन बाद भी यूपी एसटीएफ माफिया की बेगम तक नहीं पहुंच सकी। एसटीएफ के संसाधनों पर अपराधियों की चालाकी भारी पड़ रही है। आज 78 दिन बाद भी यूपी एसटीएफ ने गूड्डू मुस्लिम समेत तीन शूटरों और शाइस्ता परवीन को गिरफ्तारी नहीं कर पाई।
अभी तक पुलिस और एसओजी के अलावा एसटीएफ ने चकिया, हटवा, कानपुर, लखनऊ, दिल्ली तक तमाम ठिकानों पर खोजबीन की है, लेकिन अभी तक नतीजा शून्य निकला। टीमें गुड्डू मुस्लिम के साथ ही दो शूटर अरमान बिहारी, साबिर के बारे में भी पता लगाने में नाकाम रही है। सूत्रों के अनुसार साबिर की लोकेशन प्रयागराज और कौशांबी के बीच में है। लेकिन टीम लगातार छापेमारी में भी उसे गिरफ्तारी नहीं कर पाई।
प्रयागराज में माफिया अतीक की हत्या के बाद निकाय चुनाव में भी काफी बदलाव देखने को मिला है। कई वार्डों में निजाम बदल गए। बता दे, बरसों बाद चुनाव नतीजों के बाद अतीक का गढ़ शांत रहा। जिसके पक्ष में माफिया फरमान जारी करता था।
उसी की पक्की जीत होती थी और जीत का ऐलान होते ही इलाके के सड़कों पर विशाल जुलूस निकलता था। इस बार प्रयागराज में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है। इस बार चुनाव के समय से लेकर परिणाम तक सब शांत रहा है।
इस बार अतीक के वार्ड में भी बदलाव हुआ है। इससे पहले लगातार चार बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर मोहम्मद आज़म को जीत मिलती रही है। इस बार महिला सीट होने की वजह से आज़म ने अपनी पत्नी जहाँआरा को चुनावी मैदान में उतारा। लेकिन इस बार बीजेपी की महिला प्रत्याशी ने भी जैम कर मेहनत किया। लेकिन बावजूद उसके जीत सपा की हुई।
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