India News(इंडिया न्यूज),Ram Mandir: अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की विधि कल से शुरू हो चुकी है। जो की 21 जनवरी तक चलेगी। 18 जनवरी को भगवान राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किए जाएंगे। राम मंदिर के गर्भगृह में सिर्फ नई मूर्ति ही नहीं बल्कि भगवान राम की पुरानी मूर्ति भी स्थापित की जाएगी। फिलहाल रामलला की इसी मूर्ती की पूजा की जा रही है। अब ये वर्तमान मूर्ति भी राम मंदिर में ही स्थापित की जाएगी। जिसके बाद रामलला की पुरानी और नई दोनों मूर्तियों की पूजा की जाएगी।
अब तक बहुत से भक्तों के मन में यहीं सवाल था कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पुरानी मूर्ति को कहा रखा जाएगा, लेकिन अब इसका जवाब मिल चुका है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि भगवान राम के पुरानी मूर्ति की भी पूजा की जाएगी। इसके साथ ही उसे भी नए मंदिर के गर्भगृह में ही स्थापित किया जाएगा। इसी स्थान पर रामलला की नई मूर्ति को भी स्थापित किया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भगवान राम की इस मूर्ति की पूजा पिछले 70 साल से की जा रही है। इस तरह मूर्ति की पूजा-अर्चना पहले की तरह ही 22 जनवरी के बाद भी की जाएगी। पुरानी मूर्ति को भी नई मूर्ति के साथ ही स्थापित किया जाएगा।
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