Rampuri Chaku: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार(Yogi Government) और प्रशासन ने रामपुर (Rampur) जिले को उसकी पुरानी पहचान दिलाने का फैसला कर लिया है। इसकी पुरानी पहचान यहां का चाकू है जो दुनियाभर में प्रसिद्ध है। वैसे तो आपने भी कई बार रामपुरी चाकू(Rampuri Knife) का नाम सुना होगा और फिल्मों में जरूर देखा भी होगा लेकिन अब कहीं जाकर ऐसा लग रहा है कि रामपुर को उसका अपना पुराना गौरव वापस मिलने वाला है।
अब तक फिल्मी डायलॉग्स का हिस्सा रहा रामपुर का यह चाकू का दीदार आप भी कर पाएंगे। परंतु इसकी कीमत एक-दो हजार रूपए नहीं, बल्कि यह एक ऐसा चाकू है जिसकी कीमत ही 29 लाख रुपये है।
रामपुर चाकू के लिए मशहूर है इसी को देखते हुए प्रशासन ने पहली बार एक चौराहे पर चाकू बनाया है। अब तक यह चौराहा जौहर चौक के नाम से जाना जाता था। लेकिन इस चौक पर चाकू लगने के बाद अब इसे चाकू चौक का नाम दिया गया है। इस चौराहे को सजाने और संवारने का काम रामपुर विकास प्राधिकरण की ओर से किया गया है। प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि जो चाकू यहां पर लगाता गया है। वह दुनिया का सबसे बड़ा चाकू है। जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड(Guinness Book of World Records) में भी दर्ज कराया जाएगा।
चीनी बाजार के अत्यधिक हस्तक्षेप ने यहां के चाकू बाजार को प्रभावित किया। इसके अलावा एक निर्धारित मानक से अधिक चाकू बनाने पर प्रतिबंध लगने के बाद इस कारोबार से जुड़े लोगों का मोहभंग हो गया। जिसके बाद अब इस कला से जुड़े सिर्फ एक कारीगर ही बचे हैं। उन्हें भी जिलाधिकारी रहते हुए वर्तमान मुरादाबाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह(Anjaney Kumar Singh) ने चाकू बनाने का लाइसेंस जारी किया था। जिसके बाद वह अकेले इस कारोबार को कर रहे हैं। कुल मिलाकर सरकार और प्रशासन का एक ही लक्ष्य है कि रामपुरी चाकू को फिर से विश्व पटल पर उसकी खोई हुई पहचान वापस दिलाना।
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