India News (इंडिया न्यूज), Ayodhya: अयोध्या में कल यानी (रविवार) को सीताराम विवाह महोत्सव घूम-धाम से मनाया गया। सदियों से मनाए जा रहें इस महोत्सव को इस बार रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर में रामलला की मूर्ति स्थापित करने की तैयारियों के बीच मनाया गया। इस दौरान रामनगरी स्वर्णिम अतीत को गले लगाने और आराध्य के विवाह महोत्सव की खुशियों को अपनाने के लिए तैयार हो रही है।
बता दें कि सुबह से ही मंदिरों में राम बारात की तैयारियां और विवाह की रस्में संपन्न होती दिखीं और सूर्यास्त के बाद बारात आम बारात से भी अधिक भव्यता के साथ रवाना हुई। जानकी महल से निकली बारात में घोड़े, रथ, बैंड और बारात की सभी चीजें शामिल रही।
न केवल जानकी महल, बल्कि कनक भवन, दशरथ महल, रंग महल, लक्ष्मण किला, रामहर्षण कुंज, विअहुति भवन आदि मंदिरों से निकली बारात को भी भव्यता के साथ सजाया गया। साथ ही बारात लौटने के बाद विवाह समारोह की खुशियां द्वारपूजा से होते हुए देर रात सप्तपदी रस्म की तैयारियों तक पहुंच गईं।
वहीं राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अगले साल रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में बाधा डालने की कोशिश की आशंका जताई है। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि महाराज ने कहा कि जिस तरह से संसद में घुसकर हंगामा किया गया, वैसा ही प्रयास राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के दौरान और उसके बाद भी किया जा सकता है। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने आईजीएनसीए में इतिहासकार और लेखक अमित राय जैन की किताब ‘राम जन्मभूमि अयोध्या: फ्रॉम पास्ट टू प्रेजेंट’ के विमोचन के मौके पर ये बातें कहीं।
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