Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज (Prayagraj) में 24 फरवरी को अधिवक्ता उमेश पाल (Umesh Pal) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या के पीछे बाहुबली और पूर्व सांसद अतीक अहमद (Atique Ahmed) और उसके गुर्गे का नाम जुड़ा। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और प्रयागराज पुलिस के द्वारा उमेंश पाल पर गोली चलाने वाले कुछ लोगों पर कार्रवाई भी की है। वहीं अब इस मामले में ये बात भी निकलकर सामने आई है कि उमेश पाल की हत्या के मुखबिरी किसी और ने नहीं बल्कि उसी के बचपन के दोस्त मोहम्मद सजर ने की थी। दो दिन पहले प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद गैंग के पांच मददगारों की गिरफ्तारी की थी। इसी में एक मोहम्मद सजर का नाम भी शामिल है।
बता दें कि मोहम्मद सजर प्रयागराज के सुलेमसराय का रहने वाला है। यह व्यक्ति उमेश पाल का पड़ोसी है। उमेश और सजर एक दूसरे को बचपन से जानते थे। दोनों कभी साथ में टैंपो चलाया करते थे। अतीक और अशरफ दोनों भाई ने 2005 में राजू पाल हत्याकांड के बाद गवाह के तौर पर दुश्मन बने उमेश पाल को हटाने के लिए साजिश रची। दोनों माफियाओं ने उमेश पाल के दोस्त को अपने साथ मिला लिया। और इस तरह सजर ने दोस्ती और दोस्त के साथ धोखा किया और अतीक अहमद की साजिश को अंजाम तक पहुंचाया। पुलिस जांच में ये बात सामने आई है कि पान और किराने की दुकान पर खड़ा दिखने वाला सजर उमेश की लोकेशन के बारे में अतीक गैंग को बताता था। आखिरी दिन भी सजर ने ही उमेश पाल की लोकेशन उन बदमाशों तक दी थी जो इस हत्या में शामिल थे।
वहीं, उमेश पाल हत्याकांड की जांच में पुलिस हर दिन एक नया खुलासा कर रही है। हालांकि अब तक उमेश पाल हत्याकांड के फरार शूटरों की गिरफ्तारी के लिए अब सात राज्यों की पुलिस को लिखित निर्देश भेज दिया गया है। गौरतलब है कि फरार शूटरों पर पुलिस ने पांच- पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। लेकिन उसके बाद भी शूटर्स गिरफ्त से बाहर हैं। वहीं पुलिस अब तक अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन(Shaista Parveen) को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। शाइस्ता भी इस हत्याकांड में शामिल थीं ऐसा पुलिस को शक है। उसके बाद से ही शाइस्ता परवीन फरार है। पुलिस नेपाल तक में आरोपियों की तलाश कर रही है लेकिन अब तक पुलिस के हाथ असफलता ही लगी है।