India News(इंडिया न्यूज़),UP News: भारत के लिए 28 मई,2023 का दिन ऐतिहासिक तौर पर दर्ज हुआ क्योंकि इस दिन देश को एक नया संसद मिला। तमाम आरोप-प्रत्यारोप के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिरकार संसद की नई इमारत का उद्घाटन किया। बहुजन समाज पार्टी ने भी पीएम द्वारा उद्घाटन का समर्थन किया। बसपा के ज्यादातर सांसद भी रविवार के कार्यक्रममें शामिल हुए लेकिन पार्टी के एक सांसद ऐसे भी थे। जिन्होंने इस प्रोग्राम से खुद को दूर रखा। दरअसल बसपा के सांसद दानिश अली (Danish Ali) ने राजनीतिक विज्ञान के पाठ्यक्रम से शायर मोहम्मद इकबाल (Mohammad Iqbal) से जुड़ा अध्याय हटाने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के पाठ्यक्रम से हटाए जाने का विरोध किया और मोदी सरकार पर निशाना साधा।
दानिश अली ने कहा,“ दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रम से अल्लामा इकबाल से जुड़े अध्याय को हटाकर नई संसद के उद्घाटन के दौरान पृष्ठभूमि में ‘सारे जहां से अच्छा’ बजाना ‘नए भारत’ के अंतर्विरोध को उजागर करता है।” वह रविवार को उद्घाटन समारोह के दौरान नए संसद भवन के निर्माण पर दिखाई गई एक लघु फिल्म पर बज रहे गीत की धुन का जिक्र कर रहे थे।
दरअसल, डीयू के कुलपति योगेश सिंह ने शनिवार को कहा था कि भारत को तोड़ने की नींव रखने वालों को पाठ्यक्रम में नहीं होना चाहिए। अधिकारियों ने कहा कि ‘आधुनिक भारतीय राजनीतिक विचार’ नाम का अध्याय बीए के छठे सेमेस्टर के पाठ्यक्रम का हिस्सा है। उन्होंने आगे ये भी कहा कि मामला अब विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद के समक्ष पेश किया जाएगा, वही अंतिम निर्णय लेगी।