India News UP (इंडिया न्यूज़),UP News: मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दिया। उन्होंने तीसरी बार वाराणसी से नामांकन किया है। उनके नामांकन में सीएम योगी आदित्यनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और एनडीए के कई नेता थे। नीतीश कुमार को भी वाराणसी आना था, लेकिन उनकी बीमारी की वजह से उन्होंने नामांकन नहीं किया। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे और उन्होंने ‘400 पार’ का संकल्प जरूर पूरा होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नॉमिनेशन में चार प्रस्तावक थे, जिनमें पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा, संजय सोनकर शामिल हैं। पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही अयोध्या में राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुर्हूत निकाला था। ये व्यक्ति ब्राह्मण समुदाय से हैं। बैजनाथ पटेल OBC समाज से हैं और संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं। लालचंद कुशवाहा OBC बिरादरी से हैं और संजय सोनकर दलित समाज से हैं।
उन्होंने एक पोस्ट में सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि काशी के साथ उनका रिश्ता अनूठा, अभिन्न और अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि इस रिश्ते को शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल है। पीएम मोदी ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने से पहले गंगा नदी के तट पर दशाश्वमेध घाट पर पूजा की। उन्होंने काल भैरव मंदिर में भी दर्शन किए। घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आरती भी की गई। वाराणसी में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में मतदान एक जून को होगा।
प्रधानमंत्री के नामांकन कार्यक्रम में कलेक्ट्रेट में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, उपेंद्र कुशवाहा महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, हरदीप पुरी, प्रफुल्ल पटेल, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान, प्रफुल्ल पटेल, जीतन राम मांझी, यूपी में एनडीए के घटक लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल (एस) अनुप्रिया पटेल, निषाद पार्टी के संजय निषाद, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, पशुपति पारस, अनिल बलूनी आदि मौजूद थे।