UP News: उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल एवं अन्य पर्यटक स्थलों के होने के चलते यह ना सिर्फ प्रदेश का बल्कि देश का वीवीआइपी शहर है। ताज का दीदार करने के लिए हजारों की संख्या में प्रतिदिन देशी-विदेशी सैलानी आगरा पहुंचते हैं। और उन्हें आगरा की सरज़मी पर कदम रखते ही तमाम परेशानियों से भी जूझना पड़ता है। जिसकी शुरुआत आगरा फोर्ट और आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से होती है। ट्रेन से उतरने के बाद पर्यटक लपकों(झपटमार) के निशाने पर आ जाते हैं।
आगरा डिवीजन के आगरा कैंट आगरा फ़ोर्ट ही नहीं मथुरा जंक्शन सहित तमाम रेलवे स्टेशनों पर लपकों का आतंक देखा जाता रहा है, जिससे देसी ही नहीं विदेशी मेहमान भी आतंकित दिखाई देते हैं। यह लपके सर्कुलेटिंग एरिया से प्लेटफार्म में कब प्रवेश कर जाते हैं पता ही नहीं चलता। कई बार रेलवे को लपकों के चलते शर्मिंदगी उठानी पड़ी है। आरपीएफ और जीआरपी कार्रवाई करती रहीं हैं बावजूद इसके आगरा कैंट सहित तमाम रेलवे स्टेशनों पर लपकों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। अब एक बार फिर लपकों पर लगाम लगाने के लिए रेलवे ने कमर कसी है।
पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव का कहना है कि ऐसे अराजक तत्वों पर लगाम लगाने के लिए रेलवे अभियान चलाती रही है जिसमें आरपीएफ और जीआरपी का सहयोग लिया जाता है। इसके साथ ही रेलवे के कॉमर्शियल विभाग के कर्मचारियों द्वारा भी सघन चेकिंग में जुटे रहते हैं। रेलवे ने ऐसे अराजक तत्वों पर लगाम कसते हुए जनवरी में 62 और फरवरी माह में 82 लोगों को सेक्शन 144 और 147 के तहत जीआरपी और आरपीएफ ने संयुक्त कार्रवाई में दबोच कर जेल भेजा है। ताजमहल के शहर आगरा की छवि खराब ना हो इसके लिए आगे भी यह कार्यवाही जारी रहेगी।
IND vs AUS 2nd ODI: आज भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच विशाखापट्टनम में खेला जाएगा दूसरा वनडे