India News (इंडिया न्यूज़), Akash Dubey, UP News: मिर्जापुर नगर में प्रमुख घाटों गंगा अवतरण व विभिन्न सांस्कृतिक व आध्यात्मिक कलाकृतियों का किया जायेगा चित्रण। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने गंगा घाटों के सुन्दरीकरण व अनुरक्षण कार्य कराये जाने के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि नगर के गंगा घाटों का सुन्दरीकरण व अनुरक्षण किया जाएगा।
इंडिया न्यूज़ संवाददाता आकाश दुबे के खबर के मुताबिक जिलाधिकारी दिव्या मित्तल द्वारा विगत दिनों नगर के सभी गंगा घाटों का भ्रमण कर स्थानीय लोगों से वहाँ की समस्याओं पर वार्ता की गई और तत्पश्चात मिशन श्रृंखला प्रस्तावित की गई है। मिशन श्रृंखला के अन्तर्गत नगर के प्रमुख गंगा घाटों यथा- बरियाघाट के पुरुष/महिला घाट, संकठा घाट दाऊ जी घाट, पक्का घाट, नारघाट आदि घाटों सहित अन्य प्रमुख घाटों के सुन्दरीकरण/अनुरक्षण, घाट/सीढ़ी मरम्मत, रंगाई-पुताई, पालिस, पेंटिंग, म्यूरल, फसाड लाइटिंग, हाई मास्ट आदि की व्यवस्था का कार्य कराकर नगर के गंगा घाटों का सुन्दरीकरण व अनुरक्षण कार्य कराया जाना प्रस्तावित हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि विभिन्न घाटों पर स्नान के लिए बनायी गयी जो सीढ़ियाँ टूट गयी हैं, उनकी मरम्मत व लेबलिंग का कार्य सिंचाई विभाग के द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। घाटों पर बालू की बोरियों का तकनीकी तरीके से स्लोप बनाकर अनुरक्षण का कार्य सिंचाई विभाग के द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। नगर के पक्काघाट व अन्य प्रमुख घाटों पर निर्मित प्राचीन भवनों एवं स्तम्भों पर बनाये गये कलाकृतियों को संरक्षित करने हेतु पत्थरों के सफाई, पालिस व रंगाई-पुताई कर सुन्दरीकरण करने का कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया जाना प्रस्तावित है। पक्काघाट, बरियाघाट व नारघाट पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था के दृष्टिगत हाई मास्ट लाइट एवं पक्काघाट पर फसाड लाइट व सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाना प्रस्तावित है। यह कार्य लोक निर्माण विभाग (प्रकाश सेक्शन) के द्वारा सम्पन्न कराया जाना प्रस्तावित है।
प्रमुख गंगा घाटों पर गंगा अवतरण व विभिन्न सांस्कृतिक व आध्यात्मिक कलाकृतियों का चित्रण म्यूरल व पेटिंग के द्वारा कराकर घाटों को सुन्दरीकरण के साथ ही लोगों को सांस्कृतिक व आध्यात्मिक गतिविधियों के विषय में जानकारी देने हेतु कार्य कराया जाना प्रस्तावित है। विभिन्न घाटों पर बने चेंजिंग रूम की मरम्मत/सुदढीकरण का कार्य नगर पालिका द्वारा कराया जाना प्रस्तावित है। घाटों पर फूल-पत्ती/पूजन सामग्री को गंगा में सीधे न प्रवाहित किया जाये इसके लिए प्रमुख स्नान घाटों पर कलशनुमा आकृति के पात्र रखे जाने का कार्य कराया जाना प्रस्तावित है। 90 लाख रुपए खर्च कर सभी कार्यों को आगामी दो महीने के अंदर पूरा कराने का कार्य प्रशासनिक अमला करेगा।
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