होम / UP Nikay Chunav 2023: सपा में टिकट को लेकर घमासान, जिसकी पहुंच उसको मिला सम्मान

UP Nikay Chunav 2023: सपा में टिकट को लेकर घमासान, जिसकी पहुंच उसको मिला सम्मान

• LAST UPDATED : April 21, 2023

India News(इंडिया न्यूज़),बस्ती:उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की घोषणा होने के बाद सभी पार्टियां पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में कूद गई है। बस्ती जनपद में भी चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। अलग-अलग दल के लोग वोटरों को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। अगर बात की जाए चुनाव टिकट की तो सबसे पहले बस्ती जनपद में समाजवादी पार्टी नहीं अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। लेकिन उनकी यही घोषणा अब जी का जंजाल साबित हो रहा है।

गणेशपुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हुआ बड़ा सियासी बवंडर 

बस्ती जिले में समाजवादी पार्टी के लोकल इकाई में टिकट बंटवारे को लेकर आपसी खींचतान खूब देखने को मिल रही है। 2 दिन पहले बस्ती के जिला अध्यक्ष महेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी राम प्रसाद चौधरी ने 9 नगर पंचायत और एक नगर पालिका के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। इसके बाद टिकट ना मिलने से नाराज समाजवादी पार्टी के कुछ नेता लखनऊ पहुंचे और अपने दम पर घोषित टिकट को कटवाकर अपने नाम की घोषणा करवा ली। गणेशपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए 2 दिन पहले समाजवादी पार्टी के लोकल इकाई की तरफ से नाहिद बानो के नाम की घोषणा की गई थी। जिन्होंने अपना पर्चा भी दाखिल कर दिया है लेकिन आज मीना नाम की जब एक सभा कार्यकत्री ने सपा के सिंबल पर ही गणेशपुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल किया तो सियासी बवंडर आ गया।

पार्टी के भीतर घमासान, क्या दे पाएगी बीजेपी को टक्कर?

एक ही पार्टी की तरफ से दो-दो कैंडिडेट घोषित होने के बाद चर्चा होने लगी कि आखिर असली कैंडिडेट कौन है? जिसे समाजवादी पार्टी का समझा जाए। दो दिन पहले घोषित सपा कैंडिडेट नाहिद बानो के पति भोलू ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि वही सपा के असली उम्मीदवार हैं उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उनके अलावा कोई और भी कैंडिडेट है। जिस ने पर्चा दाखिल किया है लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि पार्टी का जो भी निर्देश होगा। उसका पालन करेंगे। वहीं प्रदेश नेतृत्व की कृपा पर टिकट लेकर आई सपा नेत्री मीना के पति बालकृष्ण ने दावा किया कि उन्हें प्रदेश नेतृत्व से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है। इसलिए आज समाजवादी पार्टी की तरफ से अपना पर्चा दाखिल कर दिए हैं।सवाल यह उठता है कि बस्ती के समाजवादी पार्टी में क्या चल रहा है लोकल इकाई अपना कैंडिडेट घोषित करती है और कुछ देर बाद प्रदेश नेतृत्व से अपना कैंडिडेट घोषित कर दिया जाता है, जब पार्टी में उम्मीदवारों के नामों को लेकर ही इतनी भ्रम की स्थिति है तो निकाय चुनाव में सपा के उम्मीदवार बीजेपी के सामने कितने दमखम के साथ खड़े हो पाएंगे।

Shaista Parveen & Afsha Ansari: न तो शाइस्ता परवीन अपराधी और ना ही आफ्शा अंसारी-सपा नेता

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox