India News(इंडिया न्यूज़), UP Nikay Chunav Results 2023: उत्तर प्रदेश के शहरों में किसकी होगी सरकार? सरकार बनाने में किसके सिर सजेगा ताज, इसका फैसला होगा आज। जी हां! 760 नगर निकायों में डाले गए वोटों की मतगणना राज्य में शनिवार को होगी। एक माह से ज्यादा समय तक इस चुनाव में जुटे राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों में किसकी मेहनत रंग लाएगी वो आज परिणाम आने के बाद पता चल जाएगा। 14,521 पदों के लिए 83,372 उम्मीदवार इस चुनावी मुकाबले में उतरे थे।
13 मई, सुबह 8 बजे से शुरू होगी गिनती
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण वाले फैसले के बाद राज्य में चुनाव आयोग द्वारा 9 अप्रैल को प्रदेश में नगर निकाय चुनाव कराए जाने की घोषणा की गई थी। इस बार दो चरण में मतदान हुआ। पहले चरण का मतदान चार मई को जिसमें 37 जिले शामिल थे तथा दूसरे चरण का मतदान 11 मई को जिसमें 38 जिले शामिल थे। दोनों चरणों में कुल 52 फीसदी मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया और आज यानि 13 मई शनिवार को प्रदेश भर में सभी निकायों में डाले गए वोटों की गिनती होगी। यह गिनती सुबह 8 बजे से शुरू होगी।
353 मतगणना केंद्रों पर 35 हजार कर्मचारी करेंगे काउंटिंग: निर्वाचन आयुक्त
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि प्रदेश भर के सभी जिलों में 353 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। इन पर 35 हजार कर्मचारी वोट गिनेंगे। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में सुरक्षा व्यवस्था एकदम चुस्त एंड दुरूस्त वाली स्थिति में है। आवश्यक पुलिस एवं पीएसी के जवानों के साथ-साथ मोबाइल टीमें भी तैनात की जाएं। मतगणना केंद्रों पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था के लिए जनरेटर की भी व्यवस्था कराने को कहा गया है। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस तैनात रहेंगी।
मतगणना केंद्र सीसीटीवी से होंगे लैस, लाउड स्पीकर पर बताया जाएगा परिणाम
इससे ठीक पहले शुक्रवार को राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि मतगणना कैमरों की निगरानी में होगी। इसके लिए स्ट्रांग रूम में रिकार्डिंग वाले सीसीटीवी कैमरे लगे होने चाहिए। मतगणना की साथ ही साथ वीडियोग्राफी भी हो। साथ ही यहां लाउड स्पीकर लगाए जाएं और प्रत्येक राउंड का परिणाम लाउड स्पीकर पर बताया जाए। मतगणना केंद्र के बाहर प्रत्याशियों के समर्थकों को मतगणना की जानकारी लाउडस्पीकर के माध्यम से ही दी जाए।
विजय जुलूस पर बैन
निर्वाचन आयोग ने सख्त निर्देश दिए हैं कि चुनाव परिणामों के बाद विजय जुलूस बैन रहेगा। किसी भी जीते हुए प्रत्याशी को विजयी जुलूस निकालने की बिल्कुल अनुमति नहीं होगी। इसे रोकने के लिए हर स्तर पर इंतजाम किया जाए। ऐसा करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो।