India News (इंडिया न्यूज़) UP Politics लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) बीजेपी के अल्प संख्यक नेता दानिश आजाद अंसारी (Danish Azad Ansari) से मदरसों में फंडिंग पर सवाल पहुंचने पर उन्होंने कहा कि मदरसों को वैध अवैध साबित करना हमारा मकसद नहीं है।
बता दे , दानिश आज़ाद अंसारी एक भारतीय राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और 2022 से उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं। वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। उनसे जब दुबई से चंदे के नाम पर मदरसों में फंडिंग पर जब सवाल पहुंचा गया, तो उन्होंने कहा कि “हमारा सर्वे मदरसों को वैध अवैध साबित करने के लिए नहीं था।
हमारे पास 8000 से ज्यादा गैर मदरसे होने का सर्वे आया है। अब सरकार इन पर काम करेगी कि इसे कैसे बेहतर बनाया जाए जो भी गैर मान्यता प्राप्त मदरसे थे। उन पर हमने सर्वे किया है कि टीचर को सैलरी कैसे जाती है।”
आगे कहा कि “उन मदरसों का इंफ्रास्ट्रक्चर कैसा है बच्चों को जो बेसिक फैसेलिटीज मिलनी चाहिए जैसे फर्नीचर है टॉयलेट है साफ पानी है क्लासरूम है यह तमाम चीजें मिल रही है या नहीं मिल रही है। इसके साथ ही मदरसे का संचालन इन तमाम बिंदुओं पर सर्वे किया था।”
दानिश आजाद अंसारी ने आगे कहा कि अब सर्वे की रिपोर्ट आई है। आप रिपोर्ट के आधार पर कैसे सकारात्मक रूप से मदरसों को कैसे बेहतर बनाया जाए सरकार के प्रयास से सीधा फायदा मुस्लिमों को दिख रहा है।
इसका उदाहरण यह है कि निकाय चुनाव में उत्तर प्रदेश के हर कोने से मुस्लिम समाज के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को वोट किया 80 से ऊपर ऐसे मुस्लिम समाज के प्रत्याशी टिकटों पर जीत कर आए।
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