India News (इंडिया न्यूज़) UP Politics लखनऊ : लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सभी दल जुटे हुए हैं। सभी विपक्ष एक होने का दंभ भर रहे हैं, विपक्ष का कहना है कि सब मिलकर लड़ेंगे और नरेंद्र मोदी को सत्ता से बाहर करें।
परंतु विपक्ष का (UP Politics) नेतृत्व कौन करेगा इस पर संशय बरकरार है, इस विषय पर लगातार राजनीति भी हो रही है। कोई किसी के नेतृत्व में काम करने को तैयार नहीं है।
बता दे, फ़िलहाल अलग-अलग नेतृत्व दिखाई दे रहा है, अभी हाल ही में कांग्रेस पार्टी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में कई दलों के नेताओं को बुलाया ही नहीं गया, जैसे मायावती अखिलेश यादव अरविंद केजरीवाल ममता बनर्जी आदि प्रमुख नेता।
ऐसे में कांग्रेस के नेतृत्व में यह दल जाने से बचेंगे, वहीं ममता बनर्जी और अखिलेश यादव में बहुत सहजता से बात हो रही है, मायावती के लिए कहा जा रहा है कि, वह भाजपा के सहयोगी की तरह काम कर रही हैं।
आज नीतीश कुमार केजरीवाल से मिल रहे हैं, ऐसे में लोकसभा चुनाव का नेतृत्व विपक्ष का कौन नेता करेगा इस पर संशय बरकरार है। एक ओर जहां नीतीश कुमार सभी नेताओं से मिल रहे हैं तो ममता बनर्जी भी कई नेताओं से मिल रही हैं।
दक्षिण भारत की बात करें तो केसीआर भी अलग मोर्चे पर काम करना चाह रहे हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि 50 परसेंट पर मौजूद भाजपा को रिप्लेस यह विपक्षी नेता कैसे करेंगे, जब खुद में ही सामंजस्य नहीं बैठ रहा है।
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