UP Politics: छानबे विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव में प्रत्याशी घोषित होने के बाद अजय कुमार ने मंगलवार को समर्थकों के साथ नामांकन किया। नामांकन के दौरान फूलों का हार पहनकर पहुंचे। अजय कुमार पत्रकारों के सामने ही निरुत्तर हो गए। लिहाजा वह बोलते-बोलते वहां से खिसक लिए। छानबे विधानसभा क्षेत्र में कितने गांव हैं। यह उन्हें नहीं पता। इतना ही नहीं कांग्रेस की स्थापना किसने की थी? इसका भी वह जवाब देने में असहज रहे। उनका दावा है कि जीत हासिल कर वह बेरोजगारी, शिक्षा, और महंगाई के खिलाफ काम करेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कमेटी के पदाधिकारियों और समर्थकों के साथ अजय कुमार कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया। मुख्य गेट से केवल उम्मीदवार और प्रस्तावकों को ही अंदर आने दिया गया। समर्थकों को बाहर ही रोक दिया गया। अपना नामांकन करके लौटे अजय कुमार से पत्रकारों ने जब पूछा कि उनकी लड़ाई किससे है। जिस पर उन्होंने चुप्पी साध ली। उनके सहयोगी ने पीछे से उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन इसके बावजूद वह बात को घुमाते रहे। अपने को कांग्रेस कमेटी के आईटी सेल का पदाधिकारी बताने वाले अजय कांग्रेस के संस्थापक का भी नाम नहीं बता सके।
जिस क्षेत्र के विकास के लिए उन्हें जनता जनप्रतिनिधि चुने उस क्षेत्र में कितने गांव हैं। यह भी उन्हें नहीं पता। यह हाल तब है जब कि वह खुद शिक्षण संस्थान चलाने का दावा करते हैं। क्षेत्र के विकास के लिए तमाम दावों के बीच आज भी पिछड़े इलाके में शामिल छानबे क्षेत्र एक बार फिर चुनाव की दहलीज पर खड़ा है। विभिन्न पार्टी के प्रत्याशियों का हर बार दावों में विकास शामिल रहता है। लेकिन वह क्षेत्र में दिखाई नहीं पड़ता। तमाम दावों के बीच प्रत्याशी चुनावी जंग में आमने-सामने होने के लिए तैयार हो रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि उनका प्रत्याशी भारी वोटों के अंतर से जीत दर्ज करेगा पर प्रत्याशी ठीक से बात तक नहीं कर पा रहा है।