India News (इंडिया न्यूज़) Ghaziabad : दिल्ली एनसीआर सहित गाजियाबाद में लगातार बढ़ रही लिफ्ट में होने वाली घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। जहां आज ग्रेटर नोएडा के बिसरख कोतवाली क्षेत्र की एक हाउसिंग सोसायटी में लिफ्ट गिरने से हादसा हो गया है। यह हादसा ड्रीमवैली टेक जोन 4 में हुआ। बताया जा रहा है कि इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई।
यह लिफ्ट आम्रपाली ग्रुप की एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में गिरी है। मृतकों में वहां काम करने वाले मजदूर भी शामिल हैं। हादसे में चार लोग घायल हो गए।
दिल्ली एनसीआर का दिल कहे जाने वाले गाजियाबाद में आपको गगनचुंबी इमारतें नजर आ जाएंगे और इन गगनचुंबी इमारत में हर व्यक्ति अपना आशियाना बनाने का ख्वाब संजोय रहता है। ऐसे में अपने ख्वाबों को पूरा करने के लिए और इन इमारत में अपना आशियाना लेने के लिए कोई अपने जीवन भर की पूंजी लगा देता है तो कोई बैंक लोन लेकर अपना आशियाना तिनका तिनका कर बनाता है। जिस दौरान यह अपना आशियाना खरीद रहे होते हैं उसे समय बिल्डर इन्हें बड़े-बड़े सब्जबाग दिखाता है। लेकिन बाद में सुविधाओं के नाम पर इन्हें कुछ नहीं मिलता है। हालिया मामला दिल्ली एनसीआर सहित गाजियाबाद में लगातार बढ़ रही लिफ्ट में होने वाली घटनाओं को लेकर है।
Uttar Pradesh | Gautam Buddha Nagar Police Commissioner Laxmi Singh orders CFO Gautam Buddha Nagar to conduct a survey of lift safety and the number of lifts in under-construction building projects as well as precautions taken for the safety of labourers.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 15, 2023
आपको बता दें गाजियाबाद के ऐसी कई सोसाइटी है जिनमे कई बार लिफ्ट में हादसे हुए हैं और कई लोगों की जान तक बन पड़ी और जब अपने साथ हुई घटनाओं को लेकर यहां रहने वाले स्थानीय निवासियों ने बिल्डर से शिकायत की तो निस्तारण के नाम पर सिर्फ उन्हें धोखा ही मिला है। ऐसे में कई बड़े सवाल खड़े हो जाते हैं। मसलन जहां एक और यहां रहने वाले लोग एक मोटी रकम किस्त के रूप में बैंक को देते हैं तो वहीं एक मोटी रकम मेंटेनेंस के नाम पर इनसे वसूल की जाती है, लेकिन मेंटेनेंस के नाम पर इन्हें कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जाती। जिसका खामियाजा यहां रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ता है।
गौतमबुद्धनगर पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने सीएफओ गौतमबुद्धनगर को निर्माणाधीन भवन परियोजनाओं में लिफ्ट सुरक्षा और लिफ्टों की संख्या के साथ-साथ मजदूरों की सुरक्षा के लिए बरती जाने वाली सावधानियों का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया है।
लोगों का कहना है कि कई बार तो ऐसा हुआ है की लिफ्ट सीधा 13वें माले से दूसरे वाले पर आकर रुकी। गनीमत इस बात की रही कि इस दौरान कोई जान माल की हानि नहीं हुई और जब इस बाबत बिल्डर से शिकायत की गई तो उसने भी उन्हें टरका दिया। लोगों का कहना है कि मोटा मेंटेनेंस का पैसा लेने के बाद भी बिल्डर सुविधाओं के नाम पर उन्हें कुछ नहीं देता है चाहे वह बेसमेंट हो जहां गंदगी का अम्बार लगा रहता है चाहे वह एंट्रेंस हो जहां सड़कों पर गड्ढे बने हुए हैं। चाहे वह लिफ्ट हो जो महीने में कई बार फंस जाती है, लेकिन आज तक किसी भी बात का समाधान नहीं किया गया और खामियाजा यहां रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ता है।