India News (इंडिया न्यूज़), Women’s Reservation Bill Chandramani Shukla, Lucknow : महिला आरक्षण के मुद्दे पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस बिल को आधा-अधूरा करार देने के साथ ही भाजपा का महाझूठ भी कहा। अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि नयी संसद के पहले दिन ही भाजपा सरकार ने ‘महाझूठ’ से अपनी पारी शुरू करी है।
जब जनगणना और परिसीमन के बिना महिला आरक्षण बिल लागू हो ही नहीं सकता, जिसमें कई साल लग जाएँगे, तो भाजपा सरकार को इस आपाधापी में महिलाओं से झूठ बोलने की क्या ज़रूरत थी।
भाजपा सरकार न जनगणना के पक्ष में है न जातिगत गणना के, इनके बिना तो महिला आरक्षण संभव ही नहीं है। ये आधा-अधूरा बिल ‘महिला आरक्षण’ जैसे गंभीर विषय का उपहास है, इसका जवाब महिलाएं आगामी चुनावों में भाजपा के विरूद्ध वोट डालकर देंगी।
अखिलेश यादव भले ही बिल को आधा अधूरा बता रहे है लेकिन सामाजवादी पार्टी इस बिल का सदन में समर्थन भी करती हुई दिखी। सपा राज्यसभा सांसद प्रो. रामगोपाल यादव ने महिला आरक्षण का समर्थन करने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि सपा इसका समर्थन करती है क्योंकि देश की आधी आबादी को उनका हक मिलना चाहिए। प्रो रामगोपाल यादव ने यह भी कहा कि ओबीसी महिलाओं को उनकी हिस्सेदारी दिलाने के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी और वो इसे जनता के बीच में ले जाएंगे।
वहीं इस मुद्दे पर सांसद डिंपल यादव ने लोकसभा में समाजवादी पार्टी की ओर से तो महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है, लेकिन इसके साथ ही इस बिल को लेकर कई तरह के सवाल भी उठाए। महिला आरक्षण बिल को लेकर लोकसभा में बहस के दौरान समाजवादी पार्टी की ओर से सांसद डिंपल यादव ने अपनी बात रखी ।
इस दौरान उन्होंने महिला आरक्षण बिल में एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक महिलाओं को भी आरक्षण दिए जाने की मांग की। डिंपल यादव ने कहा समाजवादी पार्टी महिला आरक्षण का समर्थन करती है, लेकिन इसमें सभी वर्गों की महिलाओं को शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल में एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक महिलाओं के लिए भी रिजर्वेशन होना चाहिए। इस दौरान डिंपल यादव ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को ये नौ साल के बाद क्यों याद आया है? क्या सरकार जातीय जनगणना कराएगी?
इस दौरान डिंपल यादव ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे से भी सवाल किया कि आप ग्रामीण महिलाओं की स्थिति के बारे में बात करते हैं तो फिर सरकार पिछड़े समाज की महिलाओं का दर्द क्यों नहीं समझती। इस बिल में पिछले वर्ग की महिलाओं को भी आरक्षण दिया जाना चाहिए।
डिंपल यादव ने निशिकांत दुबे द्वारा महिला आरक्षण को लेकर दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव का जिक्र करने पर भी आपत्ति जताई। डिंपल ने कहा कि जो अब इस सदन में नहीं हैं, उनका नाम नहीं लेना चाहिए और आगे भी वो ऐसा न करें।
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