India News(इंडिया न्यूज़), यमुनोत्री धाम “Yamunotri Dham” : 22 अप्रैल को शुरू हुई चार धाम यात्रा के दौरान अब तक 58 तीर्थयात्रियों की मौत ने उत्तराखंड सरकार को परेशान कर दिया है। इस साल चारधाम यात्रा सरकार और तीर्थयात्रियों दोनों के लिए मुश्किल भरी है। वहीं, यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए उत्तर प्रदेश के एक तीर्थयात्री की मौत हो गई। जिसके बाद से धाम की यात्रा के दौरान हार्टअटैक से मरने वालों की संख्या 17 पहुंच चुकी है।
बता दें, यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए उत्तर प्रदेश के एक तीर्थयात्री की जानकीचट्टी में मौत हो गई। लंबी पैदल यात्रा के दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन की कमी होती है। पैदल यात्रा से अचानक शारीरिक तनाव भी बढ़ जाता है। जिसके बाद तीर्थयात्रियों में हार्टअटैक आने का खतरा ज्यादा बना रहता है।
मिली जानकारी के अनुसार चारधाम यात्रा शुचारु के 27 दिनों में मौत का आकंड़ा 58 दर्ज किया गया है। जिसमे से अधिकतर मामले कार्डियक अरेस्ट से संबंधित हैं और केदारनाथ में हुए हैं। ये सभी तीर्थयात्रियों की मौत या तो ट्रैक मार्ग पर या फिर होटलों में हुई है। बता दें, मृतकों में सबसे अधिक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात के तीर्थयात्री थे। अब तक हुई मौतों ने एक बार फिर सरकार की नींद उड़ा दी है।
वहीं, स्वास्थ्य विभाग की ओर से चारधाम यात्रा के लिए पहले से ही योजना तैयार कर ली गई थी। जिसमे बताया गया था कि चारधाम यात्रा के लिए कम से कम सात दिनों का समय रखें। यात्रा से पहले रोजाना श्वास व्यायाम करें, 20-30 मिनट तक पैदल चलें। अगर आपकी उम्र 55 साल से ज्यादा है और आप हाई बीपी, शुगर, दिल की बीमारी या अस्थमा से पीड़ित है तो अपना फिटनेस अवश्य चेक करें। यात्रा के दौरान अपनी दवाईयां, प्रिसक्रिप्शन और सभी उपकरण भी साथ रखें तथा चढ़ाई के वक्त हर एक घंटे या ऑटोमेटिक चढ़ाई के हर दो घंटे में 5 से 10 मिनट का ब्रेक लें।
Also Read: UKSSSC: पेपर लीक मामले में बड़ा फैसला! आयोग ने 47 आरोपियों पर पांच साल का प्रतिबंध लगाया