India News (इंडिया न्यूज़) zombie deer virus , Washington : अमेरिका के मशहूर येलोस्टोन नेशनल पार्क में क्रॉनिक वेस्टिंग डिजीज यानी जॉम्बी डियर (zombie deer virus) डिजीज के मामले देखे जाने के बाद चिंता बढ़ गई है और अब वैज्ञानिकों ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह जॉम्बी डियर वायरस खतरनाक है और इसके इंसानों में फैलने की आशंका है । वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस वायरस का असर अमेरिका के व्योमिंग, मोंटाना और इडाहो के कुछ हिस्सों में भी देखा गया है । हिरण, एल्क, रेनडियर, सिका हिरण और मूस को प्रभावित करता है।
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि पूरे अमेरिका में मामले बढ़ने के कारण ‘ज़ोंबी हिरण रोग’ मनुष्यों में फैल सकता है। पिछले साल अमेरिका में सैकड़ों जानवरों के इस बीमारी से संक्रमित होने के बाद अब वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह इंसानों में भी फैल सकती है। इस रोग के कारण पशु लार टपकाने लगते हैं, सुस्त हो जाते हैं, लड़खड़ाने लगते हैं तथा घूरने लगते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह धीमी गति से चलने वाली आपदा है और सरकारों को तैयार रहना चाहिए; ये बीमारी इंसानों तक पहुंच सकती है । यह वायरस इंसानों को प्रभावित कर सकता है ।
1996 में कनाडा के एक फार्म में पाया गया था यह वायरस । यह वायरस पहली बार 1996 में कनाडा में देखा गया था। उस समय यह वायरस एक फार्म में फैल गया था और इसके बाद यह वायरस तेजी से अन्य जानवरों में फैल गया। बाद में जब सभी जानवर मारे गये तो इस संक्रमण को रोका जा सका। अल्बर्टा विश्वविद्यालय के वन्यजीव रोग विशेषज्ञ मार्गो पिबस ने कहा कि हिरणों में महामारी तेजी से फैल रही है।
वायरस मांस के अलावा लार और अन्य माध्यमों से भी फैल सकता है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि यह हिरण से किसी अन्य जानवर या इंसानों तक भी फैल सकता है। इसकी चपेट में आने के बाद डायरिया, डिप्रेशन, मानसिक बीमारी और यहां तक कि लकवा होने की भी संभावना रहती है। यह संक्रमण सिर्फ संक्रमित जानवर का मांस खाने से ही नहीं बल्कि उसके मूत्र और लार के संपर्क में आने से भी हो सकता है। अब दक्षिण अमेरिका, कनाडा, दक्षिण कोरिया, नॉर्वे के अलावा अमेरिका में भी इस बीमारी के तेजी से फैलने की आशंका है ।
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