India News (इंडिया न्यूज़),Uttarkashi Tunnel Accident Rescue: प्रदेश के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढहने के कारण उसके अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बचाने का अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है। इस हादसे को आज 10 दिन हो चुके है। बितें दिन घटलास्थल पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने घटलास्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि फंसे लोगों को जरूरी सामान की आपूर्ति के लिए मलबे में एक और बड़े व्यास की पाइपलाइन डाली जा रही है। इसमें में और 2 से 3 दिन तक का समय लग सकता है।
बचाव अभियान में आ रही बार बार रुकावट के बाद अधिकारियों ने शनिवार को मजदूर तक जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए सुरंग के ऊपर से ‘वर्टिकल’ ड्रिलिंग करने की तैयारी शुरू कर दी। नितिन गडकरी ने कहा कि ऐसी स्थिति में क्षितिज खुद ही सर्वश्रेष्ठ विकल्प है लगता है अगर मशीनों के रास्ते में बाधा नहीं आती तो फंसी श्रमिकों को ढाई दिनों में बाहर निकाला जा सकता था।
आगे अपनी बात को जारी रखते हुए मंत्री ने कहा कि श्रमिक सुरंग के अंदर ऐसे स्थान पर फंसे हैं जहां वे आसपास घूम सकते हैं। उनके पास जरूरत की सभी चीजे है। उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”फंसे श्रमिकों को बचाना और उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकालना सबसे बड़ी प्राथमिकता है।”
इसी क्रम में आज यानी मंगलवार को एक अच्छी खबर मिल रही है। सूत्रों के मुताबिक उत्तरकाशी की सुरंग में मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई है। बचाव दल ने सिल्क्यारा सुरंग के अंदर पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया है।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel accident: The vertical drilling machine at the Silkyara Tunnel, rescue operation continues pic.twitter.com/aeYCckX8RA
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 21, 2023
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री सीएम धामी के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जरूरी बचाव उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। केंद्र और राज्य एजेंसियों के आपसी समन्वय से मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा। फंसे हुए श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत है।
12 नवंबर को हुई दुर्घटना
बता दें कि 12 नवंबर को उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में उस वक्त दुर्घटना हुई जब 41 मजदूर सुरंग के अंदर निर्माण कार्य को अंजाम दे रहे थे। निर्माणाधीन सुरंग के फ्रंट में मलवा जमा हो गया। इस दुर्धटना के बाद मजदूरों को निकालने के लिए करीब 9 दिनों से बचाव कार्य चल रहा है, लेकिन अभी तक कई राहत की खबर सामने नहीं आई है। हालांकि कहा जा रहा है कि सुरंग के अंदर मजदूरों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सिजन और खाने-पीने की साम्रगी एक पाइप के माध्य से लगातार पहुंचाया जा रहा है।
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